स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में शासन स्तर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग में अब एक नई कवायद तेज हो गई है। जिले में हेल्थ एटीएम की स्थापना की तैयारी चल रही है, इससे मरीजों को काफी सहूलियत होगी। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा निजी स्तर पर भी इस तरह की व्यवस्था के संचालन को लेकर मंथन किया जा रहा है। पहले निजी क्षेत्र पर जोर दिया जाएगा। लैब, अस्पताल, मेडिकल स्टोर व अन्य निजी संस्थानों से संपर्क कर हेल्थ एटीएम लगवाए जाएंगे। इसमें स्वास्थ्य से संबंधित 58 प्रकार की जांच कराने की सुविधा मिलेगी।
सबसे पहले कराना होगा पंजीकरण
हेल्थ एटीएम में सबसे पहले पंजीकरण करना होगा। इसके लिए मोबाइल नंबर, नाम, जन्मतिथि, लोकेशन दर्ज करनी होगी। फोटोग्राफ व फिंगर प्रिंट स्कैनिंग के बाद मोबाइल पर ओटीपी आएगा। इसके बाद लागिन हो जाएगा। फिर तीन विकल्प हेल्थ चेकअप, कंसल्ट डाक्टर व हेल्थ हिस्ट्री दिखाई देगा। कोई भी व्यक्ति अपनी आवश्यकतानुसार विकल्प का चयन कर सकता है।
16 मिनट में निकलेगा जांच रिपोर्ट का प्रिंट
इसमें 16 मिनट में जांच रिपोर्ट का प्रिंट निकलेगा और ईमेल पर भेजने के साथ सिस्टम में सुरक्षित सेव होगी। इसमें वीडियो कंसल्टिंग के जरिए मरीज चिकित्सक से सलाह भी ले सकते हैं। डाक्टर मर्ज के हिसाब से परामर्श देंगे। इसमें मरीज के स्वास्थ्य का पूरा विवरण हमेशा सुरक्षित रहेगा। जांच व परामर्श के लिए फीस निर्धारित होगी जो निजी संस्थानों से काफी कम होगी। एक मशीन की कीमत लगभग दस लाख रुपये होती है।
प्रमुख जांच : ब्लड ग्लूकोज, डेंगू, मलेरिया, हीमोग्लोबिन, टायफाइड, चिकुनगुनिया, एचआईवी, यूरिन टेस्ट, ईसीजी, कान व त्वचा सहित अन्य जांच की सुविधा मिलेगी। हेल्थ एटीएम को लेकर उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में तैयारी की जा रही हैं। पहले निजी संस्थानों के माध्यम से व्यवस्था के संचालन पर विचार किया गया है। इसके लिए कुछ लोगों ने संपर्क भी किया है।