बीती रात सैदपुर नगर के वार्ड संख्या-13 स्थित एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान में विद्युत केबल में हुई शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। जिसने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। आग की लपटों ने कुछ ही देर में बगल की एक दूसरी दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिससे दोनों दुकानों में रखे लगभग 50 लाख रुपए मूल्य के सामान जलकर खाक हो गए। देर रात तक सैकड़ों स्थानीय युवकों, नगर पंचायत कर्मियों, पुलिसकर्मियों और दमकल कर्मियों की मदद से आग को बुझाया जा सका।
सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 13 निवासी सुनील जायसवाल अपने मकान के भूतल पर इलेक्ट्रॉनिक की दुकान संचालित करते हैं। बुधवार की देर शाम वह अपनी इलेक्ट्रॉनिक की दुकान बंद कर, बाजार में कुछ सामान लेने के लिए गए। इसके कुछ देर बाद ही दुकान के अंदर से आसपास के लोगों को धुआं उठता हुआ दिखाई दिया। लोगों ने तत्काल इसकी सूचना फोन कर सुनील को दिया। इससे पहले कि सुनील अपनी दुकान खोल कर कुछ कर पाते, आग ने प्रचंड रूप ले लिया।
सैदपुर के सैकड़ों साहसिक युवकों ने बाल्टी से बुझा दी 70 प्रतिशत आग
दुकान के बाहर नगर के सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोग नगर पंचायत के टैंकरों से लाए गए पानी को बाल्टी से निकालकर दुकान में फेंकने लगे। तब तक आग की लपटें बगल में स्थित पारस गुप्ता की दुकान में पहुंच गईं। जिससे उनकी दुकान में भी आग लग गई। यह देख अगल बगल के दुकानदार धड़ाधड़ अपनी दुकानों का सामान बाहर निकाल कर, उसे खाली करने लगे। हर तरफ अफरा-तफरी मच गई।
नगर पंचायत की जेसीबी से इलेक्ट्रॉनिक की दुकान का शटर तोड़ा गया, इसके बाद सैकड़ों युवकों ने बाल्टी से दुकान में पानी फेंकना शुरू कर दिया। लगभग 1 घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों, नगर पंचायत कर्मियों और पुलिसकर्मियों की मदद से 70 प्रतिशत तक आग पर काबू पा लिया गया।
1 घंटे बाद पहुंची दमकल की गाड़ी, मौके पर डटे रहे आला अधिकारी
एक घंटे बाद जिला मुख्यालय से दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। जिसकी मदद से घंटों मशक्कत कर, आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका। इस दौरान घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ सहित एसडीएम ओम प्रकाश गुप्ता, तहसीलदार नीलम उपाध्याय, पुलिस क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण, कोतवाल तेज बहादुर सिंह, अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी, चेयरमैन प्रतिनिधि शशि सोनकर, वार्ड के सभासद सुनील यादव आदि मौके पर डटे रहे।
बाल-बाल बचा व्यापारी का परिवार
जिस समय दुकान में आग लगी उस समय व्यापारी का पूरा परिवार दुकान के ऊपर घर में ही था। जिसके कारण ऊपर के तल में दम कोटो धुआं भरने लगा। आग की लपटों को बढ़ता देख, पूरे परिवार की महिला बुजुर्ग और बच्चों सहित 8 लोगों को आनन-फानन में पीछे के रास्ते से किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाला गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
आक्रोशित व्यापारियों ने एक बार फिर की सैदपुर में फायर स्टेशन की मांग
आग में सब कुछ जलकर स्वाहा हो जाने पर घटना के लगभग 1 घंटे बाद जिला मुख्यालय से दमकल गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची। जिसे लेकर स्थानीय व्यापारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला। व्यापारियों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व ही इसी तरह एक और दुकान में आग लग गई। जिसमें दुकान के साथ-साथ उसके ऊपर रह रहे एक व्यापारी की भी जलकर मौत हो गई। बीते कई वर्षों से लगातार सैदपुर के आसपास फायर स्टेशन की मांग की जा रही है। लेकिन इसे लेकर ना तो अधिकारी गंभीर हैं और ना ही जनप्रतिनिधि। अगर पास में फायर स्टेशन होता, तो समय रहते आग पर काबू पा लिया जाता। जिससे इतनी बड़ी क्षति नहीं होती।