उत्तर प्रदेश सड़क राज्य परिवहन निगम में मोबिल संकट गहराने से बसों का पहिया थम गया है। मोबिल न आने से परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के जिले बलिया सहित कई रूट पर बसें नहीं चलीं। इससे यात्री परेशान रहे। रोडवेज के अधिकारी क्षेत्रीय कार्यालय से जल्द मोबिल उपलब्ध होने का दावा कर रहे हैं। साथ ही सफेद झूठ बोल रहे हैं कि मोबिल से कोई सेवा प्रभावित नहीं हुई है। पिछले पांच दिनों से रोडवेज में मोबिल खत्म है।
डिमांड के बाद भी मुख्यालय से मोबिल नहीं आ रहा है। दरअसल, सर्वो कंपनी से सीधे रोडवेज को मोबिल की सप्लाई होती है। बार-बार मांग के बावजूद न मिलने से बसें खड़ी होनी शुरू हो गई हैं। विभागीय अधिकारियों ने पुरानी बसों का मोबाइल निकालकर दूसरी बसें संचालित करने की कोशिश की, लेकिन बसें वर्षों पुरानी होने के कारण अधिक मोबिल लग रहा है।
स्थानीय स्तर पर मोबिल आयल खरीद की व्यवस्था करने की बजाय बसें खड़ी कर दी गईं। रोडवेज के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे लखनऊ व बनारस से मोबिल आने का इंतजार कर रहे हैं, जिससे दो दर्जन से अधिक बसें खड़ी हो गई हैं। यहां तक कि परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के क्षेत्र बलिया के अलावा कानपुर, आजमगढ़ और जिले के शेरपुर, बीरपुर व वीरभानपुर आदि सेवा बंद हैं।
यात्री छोटू, बुचन, आनंद, संजय आदि का कहना है कि शेरपुर, बीरपुर व वीरभानपुर की सेवा बंद होने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। यात्रियों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। उधर, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार पांडेय का कहना है कि लखनऊ से मोबिल बनारस आ गया है, जल्द आने की उम्मीद है। मोबिल के अभाव में कोई सेवा बंद नहीं है।