गाजीपुर जिले जमानियां क्षेत्र में गंगा में बाढ़ का कहर जारी है। करीब सवा लाख की आबादी वाले देश के सबसे बड़े गाँव रेवतीपुर बाढ के पानी से तीन तरफ से घिर चुका है, यही नहीं बाढ का पानी अब इस गाँव की गलियों में भी घुसने लगा है,जिसके कारण ग्रामीणों की धडकने बढ़ने लगी है। रेवतीपुर के लोगों को आने जाने जा एकमात्र रास्ता बिहार को जोडने वाला ताडीघाट बारा हाईवे ही बचा है।
बाढ के चलते रेवतीपुर पुलिस थाना में भी तीन तरफ से घिर चुका है,परिसर में एक तरफ से बाढ़ का पानी प्रवेश करने से थाने में खड़ी दर्जनों बाईकें व अन्य वाहन बाढ के पानी में डूब चुके है ,लोगों का कहना है कि यही स्थिति रही तो एक दो दिन में बाढ का पानी पूरे थाने परिसर में प्रवेश कर जायेगा ।
ग्रामीण बोले- कुछ ही परिवारों को सूची में किया गया शामिल
प्रभावित लोगों का कहना है कि प्रशासन के अपने स्तर से मात्र छह गावों को ही वह भी आंशिक तरीके से कुछेक परिवारों को बाढ प्रभावित सूची में शामिल किया है। जबकि दर्जनों गाँव बाढ से बुरी तरह से प्रभावित है।वहीं, एसडीएम भारत भार्गव ने अपने मातहतों संग क्षेत्र के दर्जनों गाँव का नाव से निरीक्षण कर जायजा ले प्रभावित लोगों तक राहत पैकेट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
350 पैकेट पहुंचे जमनियां
इधर, प्रशासन ने बाढ से प्रभावित लोगों की सूची तेजी से बनाने में जुटा है, वहीं आज बाराबंकी से ट्रक के जरिये 350 राहत पैकेट जमानियां पहुंचे,जो विभिन्न प्रभावित लोगों में वितरित किया जायेगा। बाढ़ को लेकर विद्युत विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से अब तक 17 गावों की आपूर्ति काट दी है,वहीं शिक्षा महकमें ने भी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के 30 स्कूलों को बंद कर दिया है।तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने बताया कि अब तक तीन गाँव के 350 लोगों को राहत पैकेट वितरित किया गया है। और राहत पैकेट मगाएं गये हैं, जिन्हें प्रभावित लोगों में बाटां जायेगा।