गाजीपुर में विद्युत वितरण खंड प्रथम लालदरवाजा प्रांगण में विद्युत मजदूर पंचायत के बैनर तले मीटर रीडरों ने धरना दिया। प्रदेश अतिरिक्त प्रांतीय महामंत्री निर्भय सिंह के नेतृत्व में समस्याओं को बुलन्द किया गया। जिले में हो रहे मीटर रीडरों के शोषण के खिलाफ निर्भय सिंह ने बताया कि जिले में सभी मीटर रीडरों की हालात बहुत खराब है।
स्टर्लिंग कंपनी इन गरीब मजदूरों का आर्थिक एवं मानसिक रूप से शोषण कर रही है। इसमें कहीं न कहीं प्रबंधन का भी झुकाव कंपनी के तरफ है और ये दोनों मिलकर इन गरीब मजदूर भाइयों का शोषण कर रहे है। बताया कि रीडिंग का काम लगभग 9 महीने से करवा रही मेसर्स स्टर्लिंग टेक्नोलॉजी ने अभी तक किसी भी रीडर एवं सुपरवाइजर के पीएफ में पैसा नहीं डाली है।
किसी को नहीं मिला ईएसआई कार्ड
सिर्फ खाता खोलकर लॉलीपॉप दे रही है और ईएसआई कार्ड अभी तक किसी को नही मिला है न ही श्रम विभाग के मुताबिक इन लोगों को न्यूनतम मजदूरी मिल रही है। सिर्फ दो हजार से तीन हजार तक पैसा प्रतिमाह दिया जा रहा है और प्रबंधन मूकदर्शक बना हुआ है। इससे यह साबित होता है कि इन गरीब मजदूरों का पैसा इन अधिकारियों एवं कंपनी के दलालों के खाते में जा रहा है।
पिछले साल रुपए लेकर भाग गई थी कंपनी
यही नहीं पिछले साल एनसॉफ्ट कम्पनी सभी रीडरों का 15 हजार का डीडी लेकर भाग गयी और एक माह की सैलरी भी नही दी। इसके बाद भी प्रबंधन खामोश रहा। इसमें विद्युत मजदूर पंचायत जल्द ही मुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव ऊर्जा से लिखित शिकायत करेगा और रीडरों को न्याय दिलवाएगा। वहीं मीटर रीडर संघ के जिलाध्यक्ष विनय तिवारी ने बताया कि 17 बिंदुओं पर चर्चा कर एजेंडा तैयार किया गया है।
समाधान न होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी
विद्युत मजदूर पंचायत के जिला संरक्षक शिवदर्शन सिंह के नेतृत्व में जिलाध्यक्ष अरविंद कुशवाहा एवं जिला मंत्री विजयशंकर राय के साथ अधीक्षण अभियंता को पत्रक देते हुए 14 दिन का समय दिया गया है। समस्याओं का निदान न होने पर संगठन के दिशा निर्देश पर पूर्ण रूप से जिले में रीडिंग का कार्य बहिष्कार होगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। बैठक में मुख्य रूप से सुपरवाइजर शशिकांत भारती, कृष्कान्त सिंह,अनिल श्रीवास्तव, जवाहर पटवा,हरेंद्र खरवार, प्रमोद यादव, शिवशंकर, जीएमटी प्रवीण सिंह, संजय यादव, अश्विनी सिंह, अजय विश्वकर्मा, सलीम अंसारी सहित समस्त मीटर रीडर एव विद्युत कर्मचारी उपस्थित रहे।