कचहरी स्थित जिला पंचायत सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक डीएम आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में हुई। इसमें जननी सुरक्षा योजना, जेएसवाई के भुगतान, मातृत्व मृत्यु दर की समीक्षा, परिवार कल्याण कार्यक्रम, टीकाकरण, 108 व 102 एम्बुलेंस की उपलब्धता, आशा कार्यक्रम के दौरान जेएसवाई भुगतान, क्षय रोग नियंत्रण, कुष्ठ उन्मूलन, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, आयुष्मान कार्ड, जन्म-मृत्यु पंजीयन, कोविड-19 टीकारण एवं अन्य बिन्दुओ पर विस्तृत समीक्षा की गयी।
इस दौरान डीएम ने जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के प्रसव के संबंध में जानकारी लेते हुए पंजीकरण के दौरान हीं बैंक विवरण लेते हुए लंबित भुगतान करने के लिए निर्देश दिया। वहीं पीएचसी सुभाखरपुर पर तैनात चिकित्सक सहित कर्मचारियों के कार्य संतोषजनक नहीं मिलने पर वेतन रोकने व सीएचसी रेवतीपुर के चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा है।
सीएमओ डा. हरगोविंद सिंह ने समीक्षा बैठक के दौरान सभी बिंदुओं पर क्रमवार जानकारी दिया। उन्होने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत महिला नसबन्दी शिविर का आयोजन जिला चिकित्सालय एवं सीएचसी, पीएचसी से कैम्प कैलेन्डर बनाकर किया जा रहा है। इस दौरान आधुनिक अस्थायी विधियॉ अन्तरा कापर-टी की सेवायें जिला महिला चिकित्सालय सहित ब्लाक स्तरीय स्वास्थ्य इकाईयो पर दी जा रही है।
गाजीपुर में वर्ष 2022 के अगस्त में महिला नसबन्दी 930 एवं पुरूष नसबन्दी 07 की गयी। जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रसव के लिए आई कुल 5134 महिलाओ को 48 घण्टे रोककर उन्हे निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया गयाव 4746 महिलाओं को निःशुल्क ड्रापबैक की सुविधा प्रदान की गयी। वीएचएन डी सत्रों पर एमसीपी कार्ड एवं आवश्यक वैक्सीन ड्यू लिस्ट सहित आदि उपलब्ध करायी जा रही है। वहीं माह वर्ष 2022 के अगस्त तक वार्षिक लक्ष्य 96700 के सापेक्ष बीसीजी 39713 एवं 40850 बच्चो को मीजिल्स की प्रथम डोज लगायी गयी।
एमआर प्रथम डोज मरदह में 35.08 प्रतिशत, जखनियां में 47.37 प्रतिशत, बाराचवर में 37.83 प्रतिशत एवं रेवतीपुर में 36.53 प्रतिशत बच्चो का लक्ष्य के सापेक्ष टीका लगाया गया। अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों की जॉच नोडल अधिकारी एवं नामित उपजिलाधिकारी के माध्यम से 49 निरीक्षण किये गये है। जेएसवाई लाभार्थियों का भुगतान, आशाओ का इन्सेन्टिव तथा संविदा कार्मिकों का मानदेय आदि का भुगतान वित्तीय नियमो का पालन करते हुए कराया जा रहा है। वहीं 1397 मोतियाबिन्द का ऑपरेशन किया गया है।
तथा प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना में अबतक कुल 98315 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया। उन्होने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में के लाभार्थियों में सात लाख 47 हजार 572 के सापेक्ष तीन लाख 59 हजार 621 का गोल्डेन कार्ड बनाया गया है। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उमेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।