सैदपुर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप के बीच लोगों को जागरूक करने और डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला मलेरिया विभाग और स्थानीय नगर पंचायत ने नगर में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। बुधवार को सैदपुर पहुंची जिला मलेरिया विभाग की टीम ने डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया। इसके साथ ही डेंगू पीड़ित या उससे मिलते लक्षणों से पीड़ित लोगों के घरों का निरीक्षण कर, उन्हें इससे बचाव के उपाय बताया।
सैदपुर के 5 वार्डों में फैला डेंगू का प्रकोप
जिला मलेरिया विभाग की टीम ने डेंगू प्रभावित वार्ड संख्या 10, 14, 12, 9 और 6 में घर-घर भ्रमण कर, डेंगू से मिलते जुलते लक्षणों वाले मरीजों का डाटा इकट्ठा किया। वही नगर पंचायत ने भी अब नगर की साफ-सफाई, मच्छर रोधी दवा की फागिंग शुरू करा दी है। प्रभावित क्षेत्रों की नालियों की साफ-सफाई, लार्वा रोधी दवाओं का छिड़काव, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव आदि कार्य शुरू करा दिए गए हैं।
सीएचसी में बना डेंगू वार्ड फिर भी रेफर हो रहे हैं मरीज
सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डेंगू के लिए स्पेशल वार्ड बना दिया गया है। जहां डेंगू के गंभीर मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। बावजूद इसके जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, तेज बुखार, उल्टी, सर दर्द, सीने में दर्द, बेहद कम प्लेटलेट्स जैसे डेंगू के लक्षण से मिलते जुलते मरीजों का लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आना जारी है। इसके साथ ही नगर से हर दिन लगभग आधा दर्जन संभावित डेंगू के मरीज, वाराणसी स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल पहुंच रहे हैं। वर्तमान में सैदपुर के दो दर्जन से ज्यादा मरीजों का इलाज वाराणसी में चल रहा है। जिनमें से कईयों को प्लेटलेट्स चढ़ाये जा रहे हैं।
घटिया डेंगू जांच किट से मरीजों की खराब हो रही है हालत
सैदपुर में फैले डेंगू के प्रकोप के बीच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डेंगू जांच के लिए जिले से भेजी गई किट घटिया साबित हो रही है। डेंगू के सभी लक्षणों के बावजूद सरकारी किट पर ज्यादातर लोगों की जांच नेगेटिव आ रही है। जिसके कारण डॉक्टर मरीज का इलाज डेंगू न समझ कर, टाइफाइड और सामान्य वायरल बुखार मानकर कर रहे हैं। इससे मरीजों की हालत और बिगड़ती जा रही है। जब इन मरीजों को सरकारी हायर मेडिकल सेंटर वाराणसी रेफर किया जा रहा है, तो वहां इनकी डेंगू की जांच संभावित पॉजिटिव आ रही है।
वार्ड संख्या 10 बना हॉटस्पॉट
सैदपुर में निरीक्षण करने पहुंचे सहायक मलेरिया अधिकारी राम सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सबसे ज्यादा गंदगी वार्ड संख्या 10 में देखने को मिली। इसमें व्यापक साफ सफाई और फागिंग के लिए अधिशासी अधिकारी को फोन कर बताया गया। डेंगू के लक्षण वाले मरीजों और बनारस में इलाज करा रहे मरीजों का डाटा इकट्ठा किया गया। प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव कराया गया। टीम में एचएस चंद्रशेखर, सुरेंद्र कुमार, संजय कुमार, एनएमएस सधनंजय यादव और मलेरिया इंस्पेक्टर सुनील कुमार व अनुष्का शामिल रहीं।