पटेहरा क्षेत्र के करौंदा व रामपुर रेक्शा गांव में मंगलवार की आधी रात के लगभग आधा दर्जन घरों में हाईवोल्टेज करेंट प्रवाहित हो गया। इस घटना में 26 वर्षीय दिनेश की मौत हो गई, वही दंपती संग चार लोग झुलस गए। इस दौरान टीवी, फ्रीज, कूलर, पंखे जलने के साथ मोबाइल भी ब्लास्ट हो गई। हादसे के कुछ ही देर में विद्युत आपूर्ति भी ठप हो गई। दूसरे दिन बुधवार को मृतक के घर पहुंचे तहसीलदार मड़िहान ने स्वजनों को ढांढस बंधाते हुए मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
करौंदा के गिधनहा टोला निवासी दिनेश रात में खाना खाकर कच्चे खपरैल में सोए थे। कुछ देर बाद तेज गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। कुछ ही देर में घर के अंदर लगे तार सुलगने लगे। आग देख दिनेश दौड़ कर चार्ज में लगा मोबाइल फोन निकालना चाहा कि वह हाईवोल्टेज करेंट की चपेट में आ गए। गिरने की आवाज सुनकर पत्नी सुमन की भी नींद खुल गई और पति की हालत देख रोने लगी। घर के लोग पीएचसी पटेहरा ले गए, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक को एक तीन वर्षीय पुत्री कौशल कुमारी है। मृतक दो भाइयों में बड़े थे। इसी तरह गांव की 21 वर्षीय सीता व 30 वर्षीय नीरज के घर के अंदर लगे तार में धुंआ देने के साथ आग लग गई। आग बुझाने के चक्कर में दोनों करेंट की जद में आ गए। उसी समय गांव के ही बृजेश कुमार राय के घर में लगा सभी इलेक्ट्रिक सामान फ्रीज, टीवी, पंखा, कूलर जलने के साथ मोबाइल संग घर में लगे सभी बल्ब ब्लास्ट कर गए।
वही बगल के गांव रामपुर रिक्शा में भी उसी समय 28 वर्षीय मुन्ना के घर में भी हाईवोल्टेज करेंट उतर आया, जिसके कारण घर में फैले तार से धुआं निकलने लगा। मुन्ना व उनकी पत्नी संगीता एक ही कमरे में थे। दोनों लोग तार छुड़ाने लगे कि गंभीर रूप से झुलस गए। थानाध्यक्ष संतनगर घटना स्थल पर पहुंच कर घटना की जांच कर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया।
घटना की जानकारी होते ही पहुंचे तहसीलदार
प्रधान प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह की सूचना पर तहसीलदार मड़िहान फूलचंद यादव राजस्व टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। वह मृतक के पिता रामनरेश से घटना की जानकारी लेते हुए कागजी कार्यवाही पूर्ण कर ढांढस बंधाया और क्षतिपूर्ति दिलाने का आश्वासन दिया।
बचाव के उपाय
- - बारिश के समय विद्युत सामानों से सभी लोग दूर रहें।
- - बारिश के दौरान मोबाइल भी रिचार्ज न करें।
- - सभी विद्युत संचालित सामानों को बंद कर दें।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्वजनों को मुआवजा दिलाई जाएगी
रात में तेज चमक-गरज के साथ बरसात हो रही थी। संभवत: ट्रांसफार्मर पर आकाशीय बिजली गिरी हो, उसी से विद्युत आपूर्ति बढ़ गई हो। पावर हाउस में भी उसी समय दिक्कत आ गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्वजनों को मुआवजा दिलाई जाएगी।
सुरक्षा निदेशालय जांच करेगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी
विद्युत सुरक्षा निदेशालय से जांच के बाद रिपोर्ट आने पर ही पीड़ित को मुआवजा दिया जा सकता है। विभागीय चूक होने पर मृतक को पांच लाख रुपये तक मुआवजा मिलता है। इस मामले में भी सुरक्षा निदेशालय जांच करेगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।