समाज में जब किसी के घर बेटी जन्म लेती है तो लोग कहते हैं कि लक्ष्मी आई है। बेटी के जन्म को लोग उत्सव की तरह मनाते हैं। लेकिन प्रयागराज में एक बेटी के जन्म के बाद उसकी मां ने ऐसी क्रूरता की जिसे सुनकर ही कलेगा मुंह को आ जाएगा। फाफामऊ के सेक्टर बी शांतिपुरम इलाके में अज्ञात शख्स कूड़े के ढेर में बच्ची को फेंककर चला गया।
बच्ची को बचाने की बहुत कोशिश हुई लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दरअसल उस मासूम बच्ची की जान चीटिंयों ने ले ली जो कूड़े के आसपास बड़ी संख्या में थी। चीटियों ने मासूम के शरीर पर इतना गहरा जख्म कर दिया था कि डॉक्टर भी उसे बचा नहीं पाए। उस मासूम की मां कौन थी जिसने जन्म देने के बाद उसे छोड़ दिया, यह पता नहीं चल सका है।
कर्नलगंज पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है। जानकारी के मुताबिक शांतिपुरम सेक्टर बी स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश बैंक के पास रविवार सुबह एक नवजात बच्ची कूड़े के ढेर में पड़ी थी। उधर से गुजर रहे किसी शख्स की नजर मासूम पर पड़ी तो उसने स्थानीय लोगों को सूचित किया। जिस पर प्रसिद्ध का पूरा गांव के राजू पासी ने नवजात को उठाकर वहीं के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। नवजात की जान बचाने के लिए राजू की पत्नी ने उसे स्तनपान कराया।
बच्ची के मिलने की खबर जैसे ही क्षेत्र फैली तो उसे गोद लेने के लिए लोगों का तांता लग गया। नवजात को गोद के लिए लोगों ने आपस में कहासुनी भी हुई। पुलिस ने देर शाम बच्ची की तबियत में सुधार हुआ तो उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। बच्ची को किसने और कब फेंका, इसका पता नहीं चल सका। सोमवार देर रात चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्ची ने अंतिम सांसें ली।