गाजीपुर जिले के करंडा क्षेत्र में सर्प दंश का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। सर्पदंश से एक किशोरी की मौत के बाद परिजनों ने तब तक अंतिम संस्कार नही किया जब तक सांप पकड़ा नही गया। मामला करंडा क्षेत्र के तुलसीपुर गांव का है। जहां के रहने वाले नगदू बिंद की 12 वर्षीया बेटी मधु को मंगलवार की रात सांप ने काट लिया।
मंदिर में झाड़ फूंक के लिए ले गए परिजन
बताया जा रहा है कि बालिका को सांप ने जब काटा तो उसने अपनी मां से बताया लेकिन शरीर पर कुछ खास असर न दिखने पर मां ने बेटी को सुला दिया। परिजनों के मुताबिक बालिका को रात में ही सांप ने दोबारा डंस लिया। जिसके बाद परिजन उसे सांप का जहर उतारने के लिए गाजीपुर में मशहूर मंदिर अमवा की सती माई धाम ले गए। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही बालिका की मौत हो चुकी थी। ऐसे में परिजन बालिका के शव को लेकर घर आ गए।
सांप को पकड़ने वाले बाबा को बुलाया
बालिका की मौत से सदमे में आये परिजनों ने सांप के न पकड़ने तक बालिका का अंतिम संस्कार न करने की ठान ली। जिसके बाद सांप पकड़ने वाले धीरज बाबा को बुलाया गया। घर मे एक ओर बालिका का शव था, तो दूसरी ओर से काटने वाले सांप को पकड़ने की कवायद की जा रही थी। स्नैक कैचर धीरज ने घर की एक कच्ची दीवार में बिल में घुसे सांप को कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ लिया।
सांप पकड़ने वाले धीरज ने बताया कि सांप जहरीला कोबरा है, जिसे कच्ची दीवाल में थोड़ी खुदाई कर पकड़ा हूं। फिलहाल स्नैक कैचर ने सांप को पकड़ कर जंगल मे छोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों ने बालिका का अंतिम संस्कार किया। फिलहाल ये घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।