आनलाइन परीक्षा व परीक्षा की तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर बीएचयू में छात्र-छात्राओं ने दूसरे दिन मंगलवार को भी प्रदर्शन किया। देर शाम प्रदर्शन उग्र होने के बाद बीएचयू प्रशासन को आखिरकार झुकना पड़ा। प्रशासन ने विद्यार्थियों की मांग पर विकल्प दिया है कि अब छात्र बुधवार या रविवार को भी परीक्षा दे सकेंगे। इस लिखित आश्वासन के बाद छात्रों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
सामाजिक विज्ञान विभाग, बीएचयू के विद्यार्थियों ने सोमवार को छात्र अधिष्ठाता कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। वहां पर अधिकारियों ने उचित समाधान नहीं निकाला तो छात्र-छात्राओं को मजबूरन केंद्रीय कार्यालय (कुलपति कार्यालय) की ओर रूख करना पड़ा। वहां पर प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाकर्मियों से धक्का-मुक्की भी हुई। छात्रों का कहना था कि इसमें कई छात्र घायल भी हुए। कहा कि हर सेमेस्टर परीक्षा में कम से कम छह माह का अंतराल रहता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। ऐसे में बिना तैयारी के विद्यार्थी परीक्षा कैसे देंगे।
मांग किया कि परीक्षा की तिथि 20-25 दिन आगे बढ़ाई जाए और हर पेपर में कुछ दिनों का अंतर रखा जाए। इसे लेकर रात को भी प्रदर्शन किया। इसके बाद बीएचयू प्रशासन की ओर से चीफ प्राक्टर ने छात्रों को लिखित रूप से बताया कि भाषा का पेपर 21 सितंबर को है। अगर इसमें छात्र-छात्राएं प्रतिभाग नहीं कर पाते हैं तो वे रविवार को आयोजित परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इसे बैक या पुनर्परीक्षा नहीं बल्कि मुख्य परीक्षा में ही भाग लेना माना जाएगा। इस लिखित आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन समाप्त किया।