सैदपुर नगर के बाजार में एक आभूषण की दुकान से लॉकेट खरीदने आए दो चोरों ने व्यापारी की आंखों में धूल झोंकते हुए, 3 लाख रुपए मूल्य के आभूषण चोरी कर लिए। व्यापारी को घटना का पता तब चला, जब चोर अपने साथी के साथ बाइक पर बैठकर दुकान से निकल गया। इसके बाद आभूषणों का डब्बा तिजोरी में रखते समय जब व्यापारी ने उसे मिलाया, तो उसमें से कुछ आभूषण गायब मिले।
शुक्रवार की दोपहर को सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 10 उत्तर बाजार में नगर के वार्ड संख्या 12 निवासी संजय वर्मा की शुभम ज्वेलर्स के नाम से आभूषण की दुकान है। शुक्रवार की दोपहर लगभग 1:30 बजे एक काले रंग की होंडा शाइन बाइक सवार दो लोग दुकान पर पहुंचे। जिसमें से एक व्यक्ति आभूषण की दुकान के अंदर चला गया और दूसरा बाहर बाइक पर ही रुका रहा। दुकान में संजय का पुत्र सूरज अकेला ही था। यहां अज्ञात चोर ने उससे बच्चे के लिए ओम का एक सोने का लॉकेट दिखाने के लिए कहा।
पहले खरीदा लॉकेट फिर ध्यान भटकते ही चुरा लिए गहने
सूरज ने तिजोरी से आभूषणों का डिब्बा निकाल कर, उसे एक लॉकेट पसंद कराया। चोर ने सूरज को ढाई हजार रुपए देकर लॉकेट ले लिया। इसी दौरान सूरज की निगाह भटकने पर चोर ने उसके डिब्बे से आभूषणों का एक पैकेट भी चोरी कर लिया। इसके बाद बाहर खड़े अपने साथी के साथ बाइक पर बैठकर निकल गया। 20 मिनट बाद डिब्बे में आभूषण मिलाते समय दुकानदार को चोरी का पता चला।
घटना के पहले कुछ और दुकानों पर पहुंचे थे चोर, पर नहीं गली दाल
तब सूरज के पिता संजय आदि चोरों के रास्ते में लगे, बाजार की सीसीटीवी फुटेज खंगालने लगे। इस दौरान उन्हें नगर के एक अन्य ज्वेलरी की दुकान, मोहित ज्वेलर्स की सीसीटीवी में चोर दिखाई दिए। दुकानदार मोहित से पूछने पर उसने बताया कि लगभग 1 बजे दुकान पर 1 आदमी बच्चे के लिए ओम का लॉकेट खरीदने आया था। लेकिन मौके पर लाकेट नहीं होने के कारण, वह वापस चला गया।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा चोर का चेहरा
पीड़ित स्वर्णकार ने बताया कि चोरों ने जिस पैकेट को चुराया है, उसमें सोने से निर्मित कान का आभूषण सुई धागा, बाली आदि थे। जिनकी कीमत लगभग 3 लाख रुपए है। काफी देर बाद घटना की जानकारी होने पर कस्बा पुलिस चौकी इंचार्ज पवन कुमार ने पीड़ित व्यापारी की दुकान पर पहुंच कर, सीसीटीवी फुटेज आदि प्राप्त किया। जिसमें एक चोर का चेहरा साफ दिखाई दे रहा है। कस्बा इंचार्ज ने बताया कि अभी उन्हें इस चोरी के बाबत कोई लिखित सूचना प्राप्त नहीं हुई है।