सेवराई तहसील के रकसहा गांव के रहने वाले पत्रकार दानिश खां को इंग्लैंड के प्रचलित पत्रकार संगठन 'इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन' टीम में सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया है। अध्यक्ष बन जाने से क्षेत्रवासियों में हर्ष का माहौल है।
इनके दादा मैनुद्दीन खान कमसार इलाके के पहले लोगों में शामिल थे, जिन्होंने रोजी-रोटी के लिए साल 1945- 46 में मुंबई का रुख किया था। साल 1947 में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन की शुरुआत कृष्णा मेनन ने इंग्लैंड में किया था। इंग्लैंड में यह पत्रकारों का एक मात्र पुरानी संगठन है, जो भारत से जुड़ी सभी अहम खबरों को भारतीयों तक पहुंचाने का काम करती है।
दानिश खां 'इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन' संगठन की टीम में 'आईजेए' की लंदन के ताज होटल की मीटिंग में सबसे कम उम्र के अध्यक्ष चुने गए हैं। दानिश खां सेवराई तहसील क्षेत्र के रकसहा गांव के पांचों भैय्या मोहल्ले निवासी मरहूम मोबिन खां के बेटे हैं। मोबीन खां टाटा के बम्बई स्थित मुख्यालय में मैनेजर पद पर थे। लेकिन वो लंदन में अपने परिवार के साथ बरसों से रहते थे।
एक साल पहले दंपत्ति ने किताब की थी प्रकाशित
साल 2021 में दानिश खान और उनकी पत्नी रूही खान ने किताब "एस्केप्ड ट्रू स्टोरीज ऑफ इंडियन फुगीटीवेस" लिखा था, जो पेंग्विन पब्लिशर ने प्रकाशित किया था। यह हिंदुस्तान के भगोड़े नीरव मोदी व अन्य पर आधारित किताब काफी प्रचलित रहा है। दानिश खां मशहूर विश्व प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड में रिसर्च स्कॉलर हैं और एक भारतीय पत्रकार हैं।
लंदन में दानिश खान टाइम्स नाउ/मिरर नाउ के लिए इंग्लैंड और यूरोप से रिपोर्टिंग करते हैं। मनीकंट्रोल वेबसाइट के लिए साप्ताहिक कॉलम लिखते हैं।
सामाजिक संगठनों में भी खुशी का माहौल
दानिश खान का फेमस ब्लॉग "द उर्दू फिगर" जो पूरे दुनियाभर में प्रचलित है। इस ब्लॉग में अब तक विश्व से दर्जनों लेख छप चुके हैं। इसमें गाजीपुर से समाज सुधारक खान बहादुर मंसूर अली खां, हारुन रसीद, डिप्टी सईद खां, पूर्व 'आईडीबीआई' चेयरमैन सेराजुल्हक खां आदि हैं। दानिश खां के इस अहम उपलब्धि पर जिले से बारा साहित्य मंच, बदरुद्दीन मेमोरियल फाउंडेशन गोड़सरा, अल दीनदार शम्सी अकादमी व सोशल वेलफेयर ट्रस्ट दिलदारनगर आदि संस्थाओं के सदस्यों ने दिली मुबारकबाद दिया है। इनके उस उपलब्धि पर क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। इनके पैतृक गांव पर जश्न का माहौल है।