अहरौला के अरुसा गांव में आपसी विवाद काे लेकर भतीजे ने चाचा को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। अचानक हुई घटना से गांव में हड़कंप मच गया। आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी पहुंच गई, लेकिन तब तक आरोपित भतीजा फरार हो गया।
मृतक मुन्ना यादव का भूमि बंटवारे को लेकर आरोपित भतीजे अमरजीत यादव के परिवार से विवाद चल रहा था। घटना के समय मुन्ना यादव का पुत्र अपनी बहन को किसी बात को लेकर डांटते हुए अपशब्द बोल रहा था। यह सुन अमरजीत के परिवार को लगा कि हमारे परिवार के बारे में बोल रहा है। उसके परिवार की महिलाएं बाहर निकलकर अपशब्द का विरोध कर दीं। इस पर मुन्ना के पुत्र ने बताया कि अपनी बहन को बोल रहा हूं। इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी बढ़ गई। इस बीच अचानक भतीजा घर से तमंचे के साथ बाहर निकला और चाचा के सीने में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर आंखों के सामने हत्या के बाद पत्नी शैलेशा देवी, बेटे सोनू, साहस, बेटी खुशी, आंचल, केसर का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। खबर लिखे जाने तक अहरौला थाने में मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था। वहीं, घटना के बाद से आरोपित भतीजा मौके से फरार हो गया है।