ग़ाज़ीपुर जिले के सेवराई तहसील के भदौरा ब्लाक के 46 ग्राम पंचायतों में बीते दिसंबर महीने में पंचायत सहायकों की नियुक्ति ग्रामसभा स्तर पर की गई। जिन्हें गांव के विकास का डाटा पंचायत भवनों पर बैठकर फिड करना और विकास की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाना था। ब्लाक के अधिकांश गांव में पंचायत भवन बने ही नहीं है। जिसकी वजह से पंचायत सहायक अपना कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
वहीं डाटा फीडिंग कार्य के क्रियान्वयन के लिए शासन द्वारा ग्राम पंचायत निधि से पंचायत सहायकों को ₹6000 मासिक मानदेय देय होता है। लेकिन 10 महीना से ऊपर समय बीत जाने के बावजूद अभी तक अधिकांश ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन निर्माण ना होने से पंचायत सहायकों के द्वारा कार्य शुरू भी नहीं किया गया है। पंचायत सहायकों का कहना है कि गांव के विकास की जानकारी के लिए जिला सहित लखनऊ से बार बार फोन आ रहा है लेकिन हम लोग कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
कार्य सुचारू रूप से करने के निर्देश
इस संबंध में प्रभारी एडीओ पंचायत पवन कुमार सिंह ने बताया कि गांव में पंचायत भवन नहीं बने हैं। वह माह के अंत तक पूर्ण करा लिए जाएंगे। साथ ही सभी पंचायत सहायकों को पंचायत भवनों पर कंप्यूटर के साथ बैठने की व्यवस्था की जाएगी, जिससे वह अपना कार्य सुचारू रूप से कर सकें। संबंधित ग्राम प्रधानों को जल्द से जल्द पंचायत भवन पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
बजट के अभाव में अभी रुका है कार्य
वही भदौरा ब्लॉक के पचौरी गांव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनय कुमार गुप्ता ने बताया कि शासन द्वारा पंचायत भवन निर्माण के लिए निर्देशित किया गया है। लेकिन बजट के अभाव में अभी भी कार्य रुका हुआ है। कई बार ब्लॉक अधिकारियों से इसकी गुहार लगाई गई है लेकिन बजट ना आने के कारण निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है।