यूपी में इस बार मॉनसून जल्दी वापस जाने की संभावना है। हालांकि अभी अगले 24 घंटे हल्की बारिश के आसार बताए जा रहे हैं। वहीं इस बार कई इलाकों में कम बारिश के कारण परेशानी शुरू हो गई है। खास तौर पर किसानों को धान की बुवाई में समस्या आ रही है। जुलाई की मेहरबानी भी कई इलाकों में औसत बारिश अपने आंकड़ों तक नहीं पहुंचा पाई है। अब इसके आसार भी नहीं हैं। अगस्त लगभग बीत चुका है, सितंबर में भी खास उम्मीद नहीं है। इससे कई जिले सूखे की चपेट में आ सकते हैं।
हर माह के लिए औसत बारिश तय है। इस सीजन जून सूखा बीत गया। जुलाई में बादल झूमकर बरसे। इस महीने औसत से 34 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार तक कुल 394.1 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। जबकि इस समय तक 409.1 एमएम बारिश होनी चाहिए थी। इस लिहाज से अब तक बारिश कम हुई है। इसमें अगस्त के शेष दिन और सितंबर की बारिश नहीं जोड़ी गई है। यह आंकड़ों तक पहुंचती अब संभव नहीं दिख रही है।
यहां ठीक बरसे बादल
- - वाराणसी- 591.0- 03 ज्यादा
- - आगरा- 394.1- 04 कम
- - प्रतापगढ़- 544.9- 05 कम
- - ललितपुर- 592.0- 05 कम
- - फिरोजाबाद- 410.9- 06 कम
अगले 24 घंटों में मौसम
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में कई इलाकों में बारिश के आसार हैं। हालांकि हल्की या कम बारिश ही देखने को मिलेगी। वहीं प्रयागराज, आगरा जैसे जिलों में चंबल, यमुना, गंगा के उफान पर आने से बाढ़ का भी खतरा मंडरा रहा है। एक ओर जहां यूपी के कुछ जिले सूखाग्रस्त होने की कगार पर हैं वहीं दूसरी ओर कई जिलों में लोगों ने बाढ़ के पानी से परेशान होकर पलायन शुरू कर दिया या सरकारी शिविर में पहुंच गए।