ना केवल हस्तरेखा विज्ञान बल्कि पूरे ज्योतिष शास्त्र में चद्रमा को बहुत खास माना गया है। हाथ में यह चंद्र पर्वत के रूप में होता है। हथेली में बुध पर्वत के ठीक नीचे चन्द्र पर्वत होता है। चंद्र पर्वत व्यक्ति के मन और उसकी आर्थिक स्थिति का संकेत देता है। इस पर्वत से आकस्मिक दुर्घटनाओं का भी अनुमान लगाया जा सकता है।
चंद्र पर्वत व्यक्ति के स्वभाव और सोच को बताता है। कुल मिलाकर चंद्रमा व्यक्ति के जीवन को व्यापक रूप से प्रभावित करता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हाथ में चंद्र पर्वत दबा हुआ है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति मन से बहुत ही कमजोर है। इस तरह के लोग हमेशा उदास रहते हैं। जिन लोगों का चंद्रमा खराब स्थिति में होता है वे निगेटिव सोचते हैं।
यदि चंद्र पर्वत पर अनेक रेखाएं हैं तो यह व्यक्ति की चिंता को दर्शाती हैं। चंद्र पर्वत पर क्रॉस का निशान शुभ नहीं माना गया है। ऐसा होने पर व्यक्ति के साथ जल दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। यदि चंद्र पर्वत उभार लिए हो तो यह अच्छा माना गया है। ऐसे लोग मानसिक रूप से बहुत ही मजबूत प्रवृत्ति के होते हैं। ये जिस काम को करने की ठान लेते हैं उसे पूरा करके ही चैन लेते हैं।
यदि चंद्र पर्वत ज्यादा उभार लिए हो तो यह व्यक्ति की अत्यधिक कल्पनाशीलता को दर्शाता है। इस तरह के लोग सपने ज्यादा देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए काम नहीं करते। चंद्र पर्वत पर क्रॉस या कालापन किसी तरह की मानसिक बीमारी का भी संकेत करता है। हालांकि यदि चंद्र पर्वत पर वर्ग बना हुआ है तो यह मुश्किलों से रक्षा करता है।