गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी ने तटवर्ती गांव के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कई डैम से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंगा में बाढ़ की सम्भावना है। इसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। 23 अगस्त को ढोलपुर डैम से 18,31,587 क्यूसेक और माता टाला डैम से 384,954 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है।
गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। इस सम्बन्ध में डीएम ने संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील बाढ़ चौकियों को क्रियाशील कराकर उसपर तैनात राजस्व विभाग और अन्य विभाग के कर्मचारियों को सर्तक रहने का निर्देश दिया है।
जिले में 62.540 मीटर पर बह रही है गंगा
गंगा गाजीपुर में चेतावनी बिंदु पार कर चुकी है। गुरुवार सुबह 8 बजे के आकड़ों के मुताबिक गंगा 4 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही थी। गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान से महज कुछ दूर हैं। जिले में गंगा 62.540 मीटर पर बह रही है।
63.105 मीटर है खतरे का निशान
63.105 मीटर पर खतरे का निशान है। ऐसे में बाढ़ की आशंका से तटवर्तीय इलाकों में लोग भयभीत नजर आ रहे हैं। प्रशासनिक अफसर लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं। बाढ़ राहत केंद्रों और बाढ़ निगरानी चौकियों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।