गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण सेवराई तहसील क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। इसको लेकर ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। वहीं प्रशासन बाढ़ आपदा राहत के लिए अपनी तैयारियों में जुट गया है। तहसीलदार अमित शेखर के द्वारा लगातार बाढ़ राहत शिविर और बाढ़ चौकी का निरीक्षण किया गया।
संबंधित कर्मचारियों को आपदा राहत और बचाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया गया है। बताया कि संबंधित कर्मचारियों को बाढ़ राहत के लिए विभिन्न जिम्मेदारियां दी गई हैं। सभी लोग अपने कार्यों के निर्वहन में पूरी तरह से जुटे हुए हैं।
सेवराई तहसीलदार ने लिया जायजा
बढ़ते जलस्तर के कारण सेवराई तहसीलदार अमित शेखर ने बाढ़ चौकी और राहत शिविर का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मातहतों को निर्देश दिया कि बाढ़ राहत शिविर में लोगों के खाद्यान्न पशु चारा एवं रहने की संबंधित सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं। इसके लिए रेवतीपुर के नेहरू विद्यापीठ इंटर कॉलेज को चिन्हित करते हुए बाढ़ राहत केंद्र बनाया गया है। वहीं कामाख्या धाम मंदिर परिसर स्थित एक भवन को राहत केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है।
हर घंटे 2 सेमी बढ़ रहा जलस्तर
आपदा विशेषज्ञ के ताजा आंकड़ों के मुताबिक गंगा के जलस्तर में हर घंटे 2 सेंटीमीटर का बढ़ाव दर्ज किया गया है। आज सुबह दस बजे तक गंगा का जलस्तर 63.280 मीटर है। वर्तमान में गंगा नदी खतरा बिंदु से ऊपर बह रही है l इस बाबत तहसीलदार अमित शेखर ने बताया कि बाढ़ आपदा राहत के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राहत पैकेट और पशु चारा की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
सुरक्षा के लिए नाव का इंतजाम
सुरक्षा एवं आवागमन सुलभ करने के लिए नाव का भी बंदोबस्त किया गया है। किसी भी विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। रेवतीपुर कामाख्या धाम बाईपास मार्ग पर कई जगह पानी चढ़ने के कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। कई गांव लोग सड़कों पर ही डेरा डाल दिए हैं।