गाजीपुर जिले के जमानिया नगर क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों में आज सुबह तेज व ठंड हवा के साथ रूककर हुई मूसलाधार ने लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिली। वहीं नगर पालिका और ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई की व्यवस्था की भी पोल खुल गई। इस दौरान क्षेत्र की तमाम सड़कों पर जल जमाव होने से आवागमन करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
हीरा सिंह, सुशील, अनिल मिश्रा, रामजी, श्याम नारायण, पुरूषोत्तम आदि ग्रामीणों ने बताया कि जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से राहगीरों, ग्रामीणों को गंदे पानी के बीच से आने-जाने को विवश होना पड़ा।
नगर के अधिकांश मार्गों पर नाला और नालियों की हालत यह है कि यह पूरी तरह से कूड़ा-कचड़ा से पटे हुए हैं। समय से कभी इन नालों की सफाई न किए जाने से हल्की बारिश होने पर भी यहां जलनिकासी बाधित हो जाती है।
कूड़ा कचड़ा सड़कों पर फैला
बारिश से अधिकांश सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। इस झील में नाली और सड़कों पर पहले से इधर उधर फैला कूड़ा-कचड़ा तैरता हुआ नजर आया। नगर के प्राइवेट बस स्टैण्ड, सरकारी बस स्टैण्ड, आदर्श बालिका विद्यालय, ग्रामीण बैंक, सब्जी मंडी, टेम्पो स्टैंड, दुर्गा चौक आदि जगहों पर भीषण जल जमाव रहा, जलजमाव के कारण सब्जी मंडी में जलजमाव देखा गया।
जलनिकासी बनी समस्या
लोगों ने बताया कि साफ सफाई और जलनिकासी को लेकर जिम्मेदार काफी दिनों से उदासीन है। जिसके चलते लोगों को तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है। इस दौरान स्कूली छात्रों को बारिश के चलते हुए जलजमाव और गन्दे पानी से होकर भीगते हुए घर जाना पड़ा।
कागजों पर ज्यादा होता है काम
ग्रामीणों का कहना है कि मानसून से पहले जिम्मेदार साफ सफाई जलनिकासी को लेकर योजना बनाते है,मगर बारिश में इनकी पोल खुल जाती है। आरोप लगाया कि ये योजनाएं धरातल पर कम कागजों में ज्यादा दिखाई देती है। तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने बताया कि जलनिकासी व साफ सफाई को लेकर सम्बन्धित को निर्देश दे दिए गये हैं। लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।