गाजीपुर बाजारों में भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन के पर्व के लिए राखियों की दुकान सजने लगी है। दुकानदारों की ओर से एक से एक डिजाइन व रंगों की राखियां दुकानों के बाहर तक सजाई हुई हैं। जिसे देखते हीं बहनें इन्हें अपने भाईयों के हाथों पर सजाने के लिए खरीद लें।
शहर के महुआबाग, मिश्रबाजार में राखियां की दुकानें सजने लगी है। 11 अगस्त को भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन पर्व है। बाजारों में कई दिन पहले हीं भाईयों की कलाई पर सबसे सुंदर राखी सजाने के लिए बहनें बाजारों में राखियां खरीदती है। राखियां लेने के लिए महिलाएं पैसा की भी परवाह नहीं करती है। इसीलिए रक्षबंधन के पर्व पर दुकानदार भी मोटी कमाई करने के चक्कर में कई दिन पहले ही दुकानों पर कई डिजाइन की राखियां सजा देते है।
इस बार बाजार में सुच्चे मोती व चंदन की लकड़ी से बनी राखियां आ रही हैं। वहीं इस बार दुकानदारों ने भाभियों को लुभाने के लिए लूंबी राखियां भी आयी है। दुकानदारों को उम्मीद है कि कोरोनाकाल के बाद रक्षा बंधन के पर्व पर राखी की बिक्री होगी। महुआबाग सड़क किनारें लगाए दुकानदार का कहना है कि कोरोना काल में राखियों की बिक्री कम हुई है। लेकिन इस बार उम्मीद है कि राखियां बिकेंगी।
महिलाओं को काफी पसंद आने वाली राखियां कलश, मोती, स्टोन, रुद्राक्ष, चंदन की राखियां मंगायी गयी हैं। इसके अलावा बच्चों के लिए रंग बिरंगी लाइटें वाली राखियां, टॉफी राखी व खिलौनों वाली राखियां काफी मंगायी गयी हैं। इन राखियों को बच्चें ज्यादा पसंद करते है। उनका कहना है कि इस बार राखियों में काफी वैरायटी आई हैं, जो देखने ही मन को भा जाती हैं। अभी राखियों की बिक्री कम हो रही है, हालांकि दुकानों पर आने वाले महिलाएं नए-नए डिजाइन की राखियों को काफी पसंद कर रही हैं।