यूपी के फर्रुखाबाद से झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। पत्नी की मौत के बाद एक शिक्षक इस कदर तनाव में चला गया कि उसने खौफनाक कदम उठा डाला। इस शिक्षक को न तो अपनी बेटियों की परवाह की और न ही अन्य घरवालों की। शिक्षक ने पहले अपनी दोनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया, इसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। शिक्षक के इस कदम से उसका पूरा परिवार ही खत्म हो गया। वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम पड़ताल में जुट गई है। एक सुसाइड नोट मिला है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।
फर्रुखाबाद जिले के बहादुरगंज निवासी सुनील उर्फ धर्मेंद्र जाटव पेशे से प्राइवेट शिक्षक है। दो महीने पहले उसकी पत्नी प्रीति की मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद से सुनील अपनी 12 वर्षीय बेटी सृष्टि और आठ साल की शगुन की देखरेख कर रहा था, लेकिन सुनील को पत्नी की मौत ने इस कदर झकझोर कर रख दिया था कि वह तनाव में चल रही है। सुनील एक प्राइवेट इंटर कॉलेज में शिक्षक था और बच्चों को घर में ट्यूशन पढ़ाता था। सुबह को जब बच्चे ट्यूशन पढ़ने के लिए घर पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुला। इस पर बच्चों ने सुनील के भाई शिवम को जानकारी दी, भाई घर पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला।
अंदर से कोई आवाज भी नहीं आई तो शिवम ने आसपास के लोगों की मदद से घर का दरवाजा तोड़ा। अंदर सुनील फांसी के फंदे पर लटक रहा था और दोनों बेटियां मरी पड़ी थीं। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है पत्नी के बगैर नहीं रह सकता, मेरे भाई और माता-पिता का ख्याल रखना। घटना से माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। भाई शिवम ने बताया सुनील की पत्नी की दो माह पहले मौत हो गई थी, इसके बाद से वह तनाव में थे।
क्या लिखा था सुसाइड नोट में
सुनील ने बेटियों की हत्या और खुद आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। सुसाइड नोट में सुनील ने पत्नी प्रीति के जाने का दुख बयां किया था। अंग्रेजी में लिखे सुसाइड नोट में सुनील ने लिखा था आई मिस यू प्रीति। मै जो कदम उठाने जा रहा हूं वह बहुत गलत है, क्यों यह मेरी मजबूरी है। मैं अगले जन्म में आउंगा ऐसा नसीब लेकर नहीं आउंगा। सुनील ने आगे लिखा, जब जन्म हुआ तो बुजुर्गों का साया नहीं रहा, जब समझदार होकर शादी हुई तो शादी के बाद पत्नी नहीं रही। मेरे मरने के बाद मेरे शरीर और मेरी दोनों बेटियों का पोस्टमार्टम नहीं करवाना। सुनील ने जाने अनजाने में हुई गलतियों की माफी भी मांगी। इसके बाद लिखा, प्रीति मैं तुम्हारे पास आ रहा हूं और बच्चों को भी ला रहा हूं।