रामपुर उर्फ साधोपुर गंगा घाट पर डीजल चालित बड़ी नाव में तस्करी कर ले जा रहे 23 गोवंशों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। इस दौरान तस्कर व नाविक फरार होने में सफल रहे। पुलिस ने नाव को कब्जे में ले लिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर तस्करी में मिलीभगत का आरोप लगाया है।
गुरुवार को ग्रामीणों ने गंगा घाट पर बड़ी नाव में गोवंश को ले जाते हुए देखा। ग्रामीणों ने काफी प्रयास के बाद नाव को रोक लिया। हालांकि गोतस्कर फरार हो गए। रेवतीपुर थाने की पुलिस ने पहुंचकर नाव व पशुओं को कब्जे में ले लिया। नाव में 15 गाय, तीन बछड़ा और पांच बैल लदे हुए मिले। पुलिस तस्करों व नाविक की तलाश में जुट गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गंगा नदी पशु तस्करों के लिए सेफ जोन बन चुकी है।
अब पशु तस्कर नदी वाले मार्ग का सहारा ले रहे हैं। भनक के बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं करती है। आरोप लगाया कि थाने के पुलिस कर्मियों के सहयोग से नदी किनारे गांव से दूर पशुओं को पैदल लेकर गंगा घाट पहुंचते हैं। वहां से डीजल चालित नावों के सहारे गहमर, बारा होते हुए पड़ोसी राज्य बिहार पहुंचते हैं, जहां से पशु तस्कर पशुओं को बंगाल लेकर चले जाते हैं। थानाध्यक्ष प्रशांत चौधरी ने बताया कि नाव पर लदे पशु मिले हैं। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।