गाजीपुर शहर परियोजना की पूर्व प्रभारी सीडीपीओ सोना सिंह पर अब निलंबन की तलवार लटक गई है। जांच समिति के समक्ष आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपना-अपना बयान दर्ज कराया। करीब 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने समिति के समक्ष प्रभारी सीडीपीओ का काला-चिट्ठा खोल कर रख दिया। पूरे दिन इसको लेकर गहमा-गहमी की स्थिति बनी रही।
शहर परियोजना की प्रभारी सीडीपीओ सोना सिंह द्वारा कार्यालय के बाबू अभिनव की शादी के नाम पर आंगनबाड़ियों को वाट्सएप मैसेज कर दो-दो पैकेट दाल और रिफाइंड मांगा गया था। जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्य जांच समिति गठित की थी।
इसमें डीसी मनरेगा, जिला पूर्ति अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी थे। डीपीओ डीके पांडेय ने मामले में पहले ही कार्रवाई करते हुए प्रभारी सीडीपीओ सोना सिंह का जखनियां में मुख्य सेविका के पद पर स्थानांतरण कर दिया था। बुधवार को शहर परियोजना कार्यालय पर सभी आंगनबाड़ियों को बयान व साक्ष्य के लिए बुलाया गया था। इस दौरान करीब 100 से अधिक आंगनबाड़ियों ने एक-एक कर अपना बयान दर्ज कराया। समिति ने सभी के बयानों को अपने पास सुरक्षित रख लिया है। जिसका रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को प्रेषित करेगी।
और पहुंच गए कई कर्मचारी नेता
प्रभारी सीडीपीओ सोना सिंह के खिलाफ चल रही जांच की खबर मिलते ही शहर परियोजना कार्यालय पर कई कर्मचारी नेता भी पहुंच गए। हालांकि परिस्थिति को भांपते हुए सभी तुरंत वापस हो गए। इससे पूर्व प्रभारी सीडीपीओ रहीं सोना सिंह आंगनबाड़ियों को अपने पास बुला कर उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन हो-हल्ला होने के बाद वह एक तरफ चली गईं।