भांवरकोल के मलिकपुरा में चोरों ने एक रात में छह घरों को खंगाल दिया और स्थानीय पुलिस टरकाती रही। मजे की बात तो यह है कि रात में चोरी हुई, सुबह ही ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित भी कर दिया, लेकिन शाम पांच भांवरकोल थाने से पुलिस पहुंची और जांच-पड़ताल की। सवाल करने पर गैर जिम्मेदारा बयान दे रहे हैं कि बारिश होने से कोई पहुंच नहीं सका, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि कहीं बारिश नहीं हो रही थी।
मलिकपुरा में सोमवार की रात चोरों ने अनिल राय के सीमेंट की दुकान का शटर तोड़कर उसमें रखे तीन हजार नकदी, ग्राम प्रधान इंद्रासन राय की दुकान से मजदूरों के दिहाड़ी के लिए रखे गए 15 हजार, वीरेंद्र पासी और कमलेश पासी की गुमटियां तोड़कर उसमें रखे सामान, भरत राय के यहां से एक क्विंटल सरिया और तारा देवी का लगभग दो बोरी नीबू चुरा ले गए।
एक ही रात में हुई इस चोरी की वारदात से ग्रामीण दहशत में हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस पूरी तरह से आराम फरमा रही है। ग्रामीण सुबह से स्थानीय पुलिस को काल कर सूचित करते रहे, लेकिन इसका उनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ा। थानाध्यक्ष बागीश विक्रम ने बताया कि बरसात के कारण वहां कोई नहीं पहुंच सका। इसको लेकर ग्रामीणों पुलिस के प्रति काफी आक्रोश है।
प्रत्येक साल होती हैं चोरियां
मलिकपुरा में प्रत्येक वर्ष कम से कम दो बार चोरियां हो ही जाती हैं। यहां तक कि दो दिन पूर्व काली मां के मंदिर से घड़ी गायब हो चुकी है। चोरी की घटनाओं से ग्रामीण आजिज आ चुके हैं, लेकिन पुलिस की तंद्रा नहीं टूट रही है। इसके अलावा यहां चौराहे के आगे सुनसान होने से लगातार छिनैती की भी घटनाएं होती रहती है। क्षेत्र के लोग इस जगह पर आते ही दहशत में आ जाते हैं। इतना कुछ होने के बाद भी पुलिस की एक भी गाड़ी रात में पेट्रोलिंग नहीं करती।