गाजीपुर राजकीय मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं दिन पर दिन बेहतर होती जा रही हैं। अब यहां रोगियों का एक्स-रे 12 घंटे और सिटी स्कैन 24 घंटे होगा। इससे पहले केवल छह और आठ घंटे ही यह सुविधा होती थी। इससे रोगियों को अब बाहर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह इन दोनों सेवाओं का लाभ जिला अस्पताल में ही निश्शुल्क उठा सकते हैं।
इससे पहले एक्स-रे सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक ही होता था, उस पर भी पर्ची केवल 12 बजे तक ही जमा होती थी। वहीं सिटी स्कैन केवल सुबह आठ से सायं छह बजे तक होता था। अस्पताल में ओपीडी का समय सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक है, लेकिन चिकित्सक अक्सर नौ बजे के बाद ही आते हैं। अधिक भीड़ होने के चलते बहुत से रोगियों का नंबर आते-आते दो बज जाता है।
इसके बाद चिकित्सक उन्हें जांच लिखते हैं और तब तक एक्स-रे आदि बंद हो जाता था। इससे रोगी मजबूरी में बाहर जाकर एक्स-रे व सिटी स्कैन कराते थे या फिर दूसरे दिन अस्पताल आते थे। वहीं अगर कोई इमरजेंसी केस दो बजे के बाद आता था तो उनका एक्स-रे व सिटी स्कैन भी बाहर ही कराना पड़ता था। ऐसे में रोगियों को अधिक आर्थिक भार उठाना पड़ता था। गरीब तबके के रोगी इसके लिए सक्षम नहीं हैं। रोगियों की परेशानी को देखते हुए मेडिकल कालेज प्रशासन ने इन दोनों जांच सेवाओं को समय बढ़ा दिया। अब एक्स-रे सुबह आठ से रात आठ बजे तक और सिटी स्कैन 24 घंटा खुला रहेगा।
नीचे हाल में बना खून जांच पंजीकरण केंद्र
खून जांच कराने के लिए पंजीकरण कराना अब आसान होगा। पंजीकरण केंद्र को प्रथल तल से हटाकर नीचे भूतल पर ओपीडी पर्ची काउंटर वाले हाल में स्थापित कर दिया गया है। इसके लिए यहां निश्शुल्क दवा काउंटर के बगल में नया पंजीकरण केंद्र बनाया गया है। यहां पर्याप्त स्टाफ भी तैनात किए गए हैं। रोगी यहां पंजीकरण कराकर ऊपर जांच केंद्र में अपने खून का नमूना दे सकते हैं।
अल्ट्रासाउंड के लिए मारामारी
अस्पताल में सभी जांच सुविधाओं का समय तो बढ़ा दिया गया है, लेकिन अल्ट्रासाउंड का समय पुराना ही है। अभी भी सुबह आठ से दो बजे तक ही हो रहा है। ऐसे में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लोगों में मारामारी मची रहती है। अल्ट्रासाउंड के लिए यहां एक सप्ताह से लेकर 10 दिन आगे का नंबर मिल रहा है जबकि अधिकतर रोगियों को तत्काल इसकी आवश्यकता होती है। ऐसे में उन्हें बाहर जाकर अल्ट्रासाउंड कराना पड़ता है। लोगों ने अल्ट्रासाउंड का भी समय बढ़ाने की मांग की है।
धीरे-धीरे अस्पताल की सभी जांचों का समय बढ़ा दिया गया है, ताकि यहां आने वाले किसी भी रोगी को बाहर न भटकना पड़े। अल्ट्रासाउंड में रेडियोलाजिस्ट की कमी है, जैसे ही और रेडियोलाजिस्ट मिलते हैं, इसका भी समय बढ़ा दिया जाएगा।