एक तरफ जहां अस्पतालों में मरीजों को बाहर की दवाइयां लिखीं जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाएं कुंडेसर-अवथहीं मार्ग पर सड़क किनारे फेंकी पड़ीं हैं। दवा फेंकने की सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का कोई जांच करने नहीं पहुंचा।
अवथहीं से कुंडेसर पावर हाउस जाने वाली सड़क के किनारे एक्सपायरी दवाएं फेंकी हुई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एक्सपायरी दवाएं दो-तीन दिन पहले की ही फेंकी गई थीं, लेकिन विभाग इन दवाओं को नष्ट करने को लेकर पूरी तरह उदासीन बना हुआ है।
ग्रामीणों को इस बात की आशंका है कि कोई अज्ञान या भूलवश इन दवाओं को खा जाता है तो यह प्राणघातक भी हो सकती हैं। ग्रामीणों ने दवाओं को शीघ्र हटाने की मांग की है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोड़उर के प्रभारी अधीक्षक डा. विपिन कुमार सिंह ने बताया कि वह इसकी जांच कराएंगे। यह दवाइयां कहां से यहां लाकर फेंकी गई हैं। इसे हटवाया जाएगा।