जिला सहकारी बैंक के कर्मचारियों का आंदोलन दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। वेतन पुनरीक्षण व कंप्यूटराइजेशन में वित्तीय अनियमितता की जांच सहित पांच सूत्रीय मांग को लेकर उन्होंने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट किया। इसके बाद सायंकाल बैंक के मुख्यकार्यपालक अधिकारी को पत्रक सौंपा।
कोआपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन उत्तर प्रदेश द्वारा अपनी लंबित मांगों के संबंध में 18 अगस्त से प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया गया है। पहले चरण में 22 अगस्त तक जिले की सभी 19 शाखाओं और मुख्यालय पर कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध दर्ज कराएंगे। जिलाध्यक्ष विजय कृष्ण यादव ने कहा कि 23 से 25 अगस्त तक बैंक के पांच कर्मचारी प्रति दिन बैंक मुख्यालय पर धरना देंगे।
26 अगस्त को डीएम कार्यालय पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे। 29 अगस्त को वाराणसी में उपायुक्त सहकारिता के कार्यालय पर प्रदर्शन, 30 अगस्त को प्रदेश मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस, 31 अगस्त को आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता लखनऊ के कार्यालय पर धरना देंगे। पांच सितंबर को प्रदेश के सभी सहकारी बैंकों में हड़ताल कर बैंक मुख्यालय पर कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे।
इस दौरान आनंद त्रिपाठी, दिग्विजय सिंह, शरद द्विवेदी, संतोष वर्मा, जयबीर सिंह, राकेश कुमार, रानू अग्रवाल, संदीप कुमार, अजय राय, माधुरी आनंद, त्रियोगी नारायण चतुर्वेदी, संजय सिंह, ज्योति सिंह, प्रदीप शर्मा, विनोद सिंह आदि रहे।