सुहवल थाना क्षेत्र के ढढनी भानमल राय में दो दिन पूर्व पारिवारिक कलह के चलते अपने तीन मासूम बच्चों को चाय में जहर देकर हत्या करने वाली मां को पुलिस ने बुधवार को उसके मायके से धर-दबोचा। पूछताछ के बाद चालान कर दिया गया। इधर मंगलवार की देर रात तीनों मासूमों का अंतिम संस्कार मेदनीपुर स्थित महाश्मशान घाट पर किया गया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों का कलेजा फट पड़ा।
मालूम हो कि बीते 15 अगस्त की सुबह पारिवारिक कलह के चलते आरोपी मां सुनीता देवी ने चाय में मासूमों को जहर दे दी थी। इससे उसके बड़े पुत्र हिमांशु उर्फ बब्बी, पुत्र प्रियांशु और पुत्री सुप्रिया उर्फ दिव्यांशु की मौत हो गई थी। मृतक के चाचा की तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्जकर छानबीन में जुटी हुई थी।
इधर आरोपी को उसके मायके ढढनी भानमल राय से गिरफ्तार करने के बाद मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद उसे सक्षम न्यायालय में पेश किया। जहां आरोप की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने हत्यारोपी मां को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेज दिया।
अपने तीन मासूमों को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला चुकी हत्यारोपी मां के जेल जाते समय उसके मायके और ससुराल वालों ने उससे दूरी बनाए रखा। यहां तक कि उसके चौथे और एकमात्र जीवित तीन वर्षीय मासूम शेरू को भी लोगों ने उससे दूर रखा था। इधर आरोपी मां जेल जाते समय अपने चारों तरफ पुलिस का पहरा देख विचलित नजर आई। वह चारों तरफ उदास चेहरे लिए सबको देख रही थी।
आरोपी सुनीता मासूमों की याद आते ही फफक कर रो पड़ी। वह पुलिस से बोली मैं अपने बच्चों को अस्पताल में जाकर देखना चाहती हूं कि उनकी तबियत ठीक है या नहीं, कह दोबारा फफफ कर रोने लगी। वहीं घटना के तीसरे दिन ससुराल से लेकर मायके तक लोग मासूमों के मौत के गम में बदहवास थे। प्रभारी निरीक्षक तारावती यादव ने बताया कि हत्यारोपी मां को उसके मायके से गिरफ्तार कर चालान कर दिया गया है।