सेवराई की 9860 महिलाओं को अब तक प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ मिला चुका है। इसमें भदौरा की 5684 तो रेवतीपुर की 4176 महिलाएं शामिल हैं। गौरतलब हो कि प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत जनवरी 2017 से की गई थी। वर्तमान योजना के शुरु हुए 5 साल पूरे हो चुके हैं।
योजना के तहत पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं को पोषण सहायता के रूप में तीन किस्तों में ₹5000 सरकार द्वारा सीधे उनके खाते में दिए जाते हैं। इस योजना का उद्देश्य है कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बेहतर पोषण मिल सके। जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।
प्रसव से पहले ही मिल जाती है पहली किस्त
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय आनंद ने बताया कि पहली किस्त के रूप में ₹1000 दिया जाता है। जो गर्भावस्था के दौरान पहले 150 दिन के अंदर पंजीकरण कराने के बाद प्रदान किया जाता है। दूसरी क़िस्त गर्भावस्था के 180 दिन के अंदर कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कराने पर प्रदान की जाती है। दूसरी किस्त के दौरान लाभार्थी को ₹2000 मिलते हैं। वहीं तीसरी किस्त प्रसव के 42 दिन के बाद बच्चे के प्रथम चरण के टीकाकरण पूर्ण होने पर मिलता है। इसके तहत लाभार्थी को ₹2000 दिए जाते हैं। इस तरह लाभार्थी को तीन किस्तों के जरिए ₹5000 की राशि दी जाती है।
लाभार्थी को पोर्टल पर पंजीकरण कराना जरूरी
यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और पोर्टल से जुड़ी है। पोर्टल पर लाभार्थी का पंजीकरण होना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि इसी के आधार पर उसे योजना का लाभ मिल सकेगा। सामुदायिक स्वास्थ केंद्र भदौरा के कंप्यूटर ऑपरेटर अमित गुप्ता ने बताया कि सेवराई तहसील अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा की 5684 महिलाओं को और रेवतीपुर की 4176 सहित कुल 9860 महिलाओं को जुलाई तक योजना का लाभ दिया जा चुका है।