हिंदू सेना के कथित अध्यक्ष अरूण पाठक अस्सी घाट से गिरफ्तार कर लिए गए। सोमवार को जलाभिषेक व श्रृंगार गौरी दर्शन करने जा रहे थे। डेढ़ वर्ष पहले मालगोदाम क्षेत्र में आपत्तिजनक पोस्टर चस्पा करने के मामले में केस दर्ज हुआ था।
ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी में दर्शन पूजन के लिए सोमवार को अस्सी घाट से निकले विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक और चार कार्यकर्ताओं को भेलूपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अरुण पाठक की ओर से पहले से ही घोषणा की गई थी। इसके तहत पहले से ही फोर्स तैनात थी। अरुण पाठक के अस्सी पहुंचकर गंगा में आचमन के दौरान ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक की ओर से सावन के आखिरी सोमवार को श्रृंगार गौरी के दर्शन के लिए अस्सी से कार्यकर्ताओं के साथ निकलने की घोषणा की गई थी। इस कार्यक्रम में सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी को भी आमंत्रित किया गया था, जिन्हें दिल्ली से वाराणसी आते समय बीच रास्ते प्रयागराज में उतार लिया गया। उन्हें प्रयागराज पुलिस गेस्ट हाउस में रखा गया है।
विश्व हिन्दू सेना और शिवसेना की ओर से सावन के आखिरी सोमवार पर ज्ञानवापी परिसर में दर्शन-पूजन व जलाभिषेक की घोषणा को लेकर अलर्ट जारी किया गया। पुलिस अधिकारी संगठन व दल के नेताओं पर निगरानी रखे हैं।
डीसीपी काशी आरएस गौतम ने कहा कि दोनों संगठनों की ओर से इस तरह की घोषणा पूर्व में की गई थी। इसे लेकर यहां सतर्कता बरतने का निर्देश जारी है। कहा कि ऐसा कोई भी गैर परंपरागत कार्यक्रम, जुलूस या अनुष्ठान करने की किसी को अनुमति नहीं है। अगर ऐसा पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उधर विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण पाठक ने पुलिस आयुक्त के नाम से पत्र जारी किया है। बताया है कि हर बार की तरह इस बार भी सावन के आखिरी सोमवार को वह शृंगार गौरी दर्शन के लिए सुबह 11 बजे अस्सी घाट से भक्तों व कार्यकर्ताओं के साथ निकलेंगे। किसी भी तरह की बाधा न पहुंचे, इसके लिए आग्रह किया है।