गंगा के रौद्र रूप एवं बढ़ते जल स्तर को देखते हुए डीएम एमपी सिंह ने रविवार की शाम गाजीपुर जिले के रेवतीपुर का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने बाढ़ के कारण रेवतीपुर-रामपुर मार्ग में पानी भरने के कारण आवागमन पर रोक लगाते हुए रोड को तत्काल बैरिकेंटिंग कर बन्द कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने रेवतीपुर के ग्राम नसीरपुर, हसनपुरा, नगदीलपुर, रामपुर, बिरऊपुर में नाव से डोर टू डोर भ्रमण कर बाढ़ से प्रभावित ग्रामों एवं फसलों का जायजा लेते हुए उपस्थित ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हुए। कुछ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के कारण प्रभावित घरों के लोगों को तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराते हुए रात्रि में प्रकाश की व्यवस्था के लिए टॉर्च और मोमबत्ती वितरित करने का निर्देश दिया, तथा पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखते हुए उन्हें चारा, पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
डीएम ने कहा- जल स्तर बढ़ने पर बाढ शरणालय में समय रहते चले जाए
उन्होंने जन समुदाय से अपील किया कि अभी गंगा का जल स्तर बढ़ाव की स्थिति मे हैं। एहतियातन निकट बनाये गये बाढ शरणालय में समय रहते चले जाए। जिससे किसी प्रकार की कोई सम्भावित घटना से बचा जा सके।उन्होंने बाढ प्रभावित गांव के प्रधान, सचिव, लेखपाल व अन्य अधिकारी/कर्मचारी को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों मे भ्रमणशील रहेगें। बाढ़ से होने वाले नुकसान पर पैनी नजर रखते हुये तत्काल किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल सम्बन्धित उप जिलाधिकारी एंव जिला प्रशासन को अवगत कराए। इसमें किसी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं होगी।
डीएम ने सम्बन्धित उप जिलाधिकारी को ग्रामीणों की व्यवस्थाओं के लिए निर्देशित किया
जिलाधिकारी ने सम्बन्धित उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में बाढ़ राहत से सम्बन्धित सभी व्यवस्थाओं की पूरी तैयारियां रखते हुए स्वयं भी इस पर निगरानी रखे ताकि बाढ़ प्रभावित लोगो को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल राहत पहुंचाया जा सकें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि रा अरूण कुमार सिंह, एसडीएम राजेश कुमार,थानाध्यक्ष प्रशांत चौधरी, खण्ड विकास अधिकारी रेवतीपुर सुरेन्द्र सिंह राणा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी शिवकुमार रावत आदि मौजूद रहे।