दिसंबर 2022 में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट दिलदारनगर से गाजीपुर-मऊ नई रेल लाइन पर ट्रेन का ट्रायल करने की तैयारी से कार्य तेजी से चल रहा है। ताड़ीघाट ब्रांच लाइन पर ब्लास्ट क्लीनिंग मशीन (बीसीएम) से रेल पटरी की सफाई को लेकर दानापुर नियंत्रण कक्ष से दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक प्रतिदिन तीन घंटे का ब्लॉक लिया जा रहा है। इससे 4:45 बजे दिलदारनगर से ताड़ीघाट को जाने वाली पैसेंजर 5:40 बजे ताड़ीघाट को जा रही है। इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
ब्रांच लाइन के वायरलेस मोड़ से सोनवल तक रेल पटरी को बीसीएम मशीन से ऊपर उठकर जियो टेक्सटाइल से कवर किया जा रहा है। बहुआरा गांव से आगे कार्य चल रहा है। यह कार्य प्रतिदिन 300 मीटर करना है। पहली बार इस तकनीक का प्रयोग ब्रांच लाइन पर किया जा रहा है। पटरियों को मजबूती देने और ट्रेनों को तेज गति से दौड़ाने के लिए रेलवे ने जियो ग्रिड व टेक्सटाइल की मदद ली है। बरसात के समय पटरियों के मध्य पानी न भरे, इसके लिए यह तकनीक कारगर साबित हो रही है। वायरलेस मोड़ के आगे से सोनवल तक जगह जगह रेलवे ट्रैक में जियो ग्रिड का प्रयोग किया जा रहा है।
रेल पटरी को उठाकर की जा रही सफाई
दिलदारनगर से सोनवल तक 14 किमी ताड़ीघाट ब्रांच लाइन रेल पटरी को ब्लास्ट क्लीनिंग मशीन (बीसीएम) से उठाकर पटरी के नीचे गंदी गिट्टी को मशीन से साफ किया जा रहा है। इसके बाद गिट्टी को स्लीपर के नीचे डालकर रेल पटरी को ऊंचा किया जा रहा है। ब्रांच लाइन में पुरानी पटरी व कंक्रीट के स्लीपर को बदल कर उसकी जगह 60 किलो की नई पटरी व गिट्टी डाल कर बेहतर रेल परिचालन के लिए बना दिया जाएगा।
रेल पटरी को उठाकर सफाई कर जियो टेक्सटाइल व ग्रिड बिछाने के कार्य में एक माह का समय लगेगा। इससे ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ेगी व रेलवे ट्रैक को मजबूती मिलेगी। इसके लिए ब्लाक लिया जा रहा है।