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गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार पर ईडी टीम का छापा, मचा हड़कंप

गाजीपुर में गुरुवार की सुबह मुख्तार अंसारी और बसपा सांसद अफजाल अंसारी के मुहम्मदाबाद स्थित फाटक आवास पर ED की छापेमारी हुई है। इसके अलावा इनके करीबी गाजीपुर के तीन अन्य व्यापारियों पर भी ED ने छापा मारा है। इन सभी के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई चल रही है।

ज्वेलर्स, प्रॉपर्टी डीलर और ट्रेवल्स वालों के यहां भी पड़ा छापा

लखनऊ से पहुंची ED की टीम ने गाजीपुर के मिश्रबाजार, टाउन हाल के सराय गली, रौजा और मुहम्मदाबाद में छापेमारी की है। मिश्रबाजार में ज्वेलर्स विक्रम अग्रहरी, टाउन हाल के सराय गली के खान ट्रेवल्स संचालक मुश्ताक खां, रौजा में प्रॉपर्टी डीलर गणेश दत्त मिश्रा और मुहम्मदाबाद में अफजाल अंसारी के यहां छापेमारी हुई है। यहां अधिकारी अंदर अभी खोजबीन में लगे हुए हैं।

अंदर ईडी के अधिकारी बाहर CRPF

ईडी के अधिकारी इन स्थानों पर मकानों में घुसकर छानबीन में जुटे हुए हैं। जबकि बाहर CRPF का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। फिलहाल टीम कुछ भी बताने से इंकार कर रही है। गाजीपुर पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे ने बताया कि ईडी की छापेमारी की सूचना मिली है।

अंसारी भाइयों के करीबी व्यापारी भी ईडी के राडार पर

ज्वेलर्स विक्रम अग्रहरि: गाजीपुर में यह बड़े ज्वेलर्स हैं। इनका नाम मुख्तार अंसारी के करीबियों में गिना जाता है। अंसारी बंधुओ की कौमी एकता दल से गाजीपुर नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, वह हार गए थे। इनके ऊपर पहली बार ईडी की कार्रवाई हुई है।

प्रॉपर्टी डीलर गणेश दत्त मिश्रा: बड़े प्रॉपर्टी डीलर हैं। गाजीपुर से लखनऊ तक व्यापार है। बताया जाता है कि मुख्तार के प्रॉपर्टी डीलिंग का काम यही संभालते थे। इससे पहले बीते साल गाजीपुर में इनका चार फ्लोर का मकान ध्वस्त किया जा चुका है। मऊ में भी इनके मकान की कुर्की हो चुकी है।

ट्रेवल्स मालिक मुश्ताक खां: गाजीपुर में खान ट्रेवल्स के नाम से मुश्ताक खां की कई बसें चलती हैं। इनकी बसें गाजीपुर लोकल से लेकर कई शहरों तक आती-जाती है। यह भी मुख्तार के करीबियों में आते हैं। इन पर पहली बार कार्रवाई हुई है।

लखनऊ में मार्च 2021 मुख्तार के खिलाफ दर्ज हुआ था मनी लांड्रिंग का केस

मुख्तार अंसारी के खिलाफ मार्च 2021 में मनी लांड्रिंग का मामला लखनऊ में दर्ज किया गया था। आरोप है कि मुख्तार ने 2020 में जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जा किया था। इसके अलावा लखनऊ में धोखाधड़ी से संपत्ति हासिल करने और धोखाधड़ी कर विधायक निधि निकालने का मुकदमा दर्ज है। इन्हीं तीन आरोपों के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया था।

अफजाल अंसारी से दस घंटे तक हो चुकी है पूछताछ

इस केस में मुख्तार के परिवार के लगभग लोगों से पूछताछ हो चुकी है। कई नोटिसों के बाद बेटे अब्बास अंसारी, उमर अंसारी और बड़े भाई सिगबतुल्लाह अंसारी से भी पूछताछ हो चुकी है। इसी साल मई में अफजाल अंसारी से प्रयागराज के रीजनल ऑफिस में दस घंटे तक पूछताछ हुई थी।

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