पंडित दीनदयाल उपाध्याय दानापुर रेल खंड के भदौरा रेलवे स्टेशन से बने वाटर बूथ के नल की टोटी बेपानी तो कुछ नल टोटीविहीन हो गई है। हैंडपंप भी खराब हैं। ऐसे में यात्रियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। मूलभूत यात्री सुविधाओं का दंश झेल रहा भदौरा रेलवे स्टेशन यात्रियों के लिए परेशानियों का सबब बन गया है। आलम यह है कि ट्रेनों के ठहराव ना होने से भी यात्रियों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है।
कोरोना काल के दौरान संक्रमण को देखते हुए रेलवे स्टेशन भदौरा पर रुक रही फरक्का एक्सप्रेस, पंजाब मेल, सहित कई विभिन्न ट्रेनों का ठहराव रद्द कर दिया गया था। संक्रमण कम होने के बाद भी ट्रेनों का ठहराव शुरू ना होने से यात्रियों को काफी परेशानियां हो रही है।
50 से ज्यादा गांव हैं आसपास
भदौरा रेलवे स्टेशन सेवराई तहसील मुख्यालय का प्रमुख स्टेशन होने के कारण यहां आसपास के करीब 50 से अधिक गांव के लोग यात्रा करने के लिए आते हैं। लेकिन स्टेशन पर महज सवारी गाड़ी ट्रेनों का ही ठहराव होने से उन्हें परेशानियां होती है।
विभागीय लापरवाही आई सामने
विभागीय अधिकारियों की उदासीनता यात्रियों के लिए बड़ी परेशानियों का कारण बनी है। पूर्व मध्य रेलवे दानापुर मंडल के भदौरा रेलवे स्टेशन पर पेयजल की व्यवस्था का जायजा लेने पर उसकी कलई खुलकर सामने आ गई और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई।
पानी के लिए दर-दर भटकते हैं यात्री
रेलवे को लाखों रुपए का राजस्व देने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय दानापुर रेल खंड के भदौरा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। प्लेटफार्म पर जल आपूर्ति के लिए लगाए गए नल यात्रियों को मुंह चिढ़ाते हैं।
प्लेटफार्म संख्या एक व दो पर लगा हैंडपंप भी महीनों से खराब पड़ा है। डाउन प्लेटफार्म पर लगा वाटर बूथ की टोटियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। यात्रियों की शिकायत के बाद भी स्टेशन के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। रेल जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि जल्द ही समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।