जमानियां का रोडवेज डिपो/बस स्टेशन विभागीय अधिकारियों की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। परिवहन निगम द्वारा संचालित बस स्टेशन की स्थिति दयनीय है। सालों से इसका जीर्णोद्धार नहीं हुआ है।
स्थानीयों ने बताया कि जमानियां से जिला मुख्यालय जाने वाली रोडवेज बस का संचालन पिछले चार वर्षों से नहीं किया गया। बिना किसी सूचना के विभाग ने इसका संचालन बंद कर दिया। जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अतिक्रमण का शिकार हुआ बस स्टेशन
सुभाष चंद बिन्द, राकेश यादव, जय पांडेय, दीपक सिंह, आशुतोष, अशोकानंद आदि लोगों ने बताया कि डिपो की बदहाली का आलम यह है कि टिकट घर, कर्मचारी आवास तथा यात्री शेड पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं। शेड पर लगी सीमेंट शीट टूटकर नीचे जमीन पर आ चुकी है। यहीं की जमीन जर्जर हो चुकी है। दीवारें टूटकर गिर रही हैं। इतना ही नहीं, यह बस स्टेशन निजी वाहनों के अतिक्रमण का शिकार होता जा रहा है।
चार सालों से यात्रियों को हो रही परेशानी
ग्रामीणों ने बताया कि कई दशक पूर्व यहां से गाजीपुर, वाराणसी, मुगलसराय, इलाहबाद, कानपुर, चंदौली सहित अन्य बड़े नगरों के लिए बस चलती थीं। जिससे यह बस स्टाप यात्रियों की चहल-पहल से गुलजार रहता था। निगम को अच्छी आमदनी के साथ यात्रियों को आवागमन में काफी सुविधा थी।
धीरे-धीरे वाराणसी व अन्य नगरों की बस सेवा को बंद कर दी गई। इसके बाद यहां तैनात कर्मचारियों को भी हटा दिया गया। यहां से जिला मुख्यालय के लिए चलने वाली बस सेवा भी चार वर्षों से संचालन बंद कर दिया। बताया कि वर्तमान समय में स्टेशन परिसर कूड़ा व गंदगी व अराजकता का केंद्र बन चुका है।
बदहाली का दंश झेल रहा स्टेशन
स्थानीयों ने बताया कि देखरेख के अभाव में यह परिवहन निगम का बस स्टेशन अपनी बदहाली का दंश झेल रहा है। परिवहन निगम की बस सेवा के बंद होने से यात्रियों को निजी परिवहन सेवा का सहारा लेना पड़ रहा है। जिससे खर्चा भी ज्यादा हो रहा है। आम आदमी के जेब पर वार किया जा रहा है। रोडवेज शाखा के इंचार्ज राकेश पांडेय ने बताया कि इस डिपो का जल्द कायाकल्प कराकर बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। यात्रियों की समस्या का समाधान होगा।