बेटे की चाहत ने एक महिला को अपने ही मासूम भतीजे का हत्यारा बना डाला। महिला ने न केवल मासूम की हत्या की बल्कि उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। महिला को एक तांत्रिक ने मासूम की बलि देने के लिए बोला था। जिस मासूम को महिला ने बलि चढ़ाया वह उसकी चाची निकली।
महिला ने मासूम को उस समय अगवा किया जब वह सो रहा था। महिला ने मासूम का पहले गला घोंटा उसके बाद तांत्रिक के इशारे पर तंत्र क्रिया करने के लिए मासूम के बाएं पैर को काटा। तांत्रिक ने हत्यारोपी चाची को भरोसा दिलाया था कि ऐसा करने से उसे बेटा पैदा हो जाएगा। पुलिस ने हत्यारोपी चाची और तांत्रिक को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। हत्यारोपियों की निशानदेही पर मासूम की हत्या में प्रयुक्त बलकटी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी रमेश का पौने दो वर्षीय बेटा एस कुमार सोमवार को घर में चारपाई पर सो रहा था। रमेश किसी काम से शहर आया था जबकि उसकी पत्नी राजबाला पशुओं के लिए चारा लेने गई थी। बालक के पास मौजूद दादी गंगादेई दोपहर के वक्त घर के काम में लग गई। इस दौरान कोई चारपाई से बालक को उठाकर ले गया। काफी तलाश करने के बाद भी बालक का कोई पता नहीं लगा। रमेश की तहरीर पर मंगलवार को पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। बुधवार की दोपहर में गांव से करीब 500 मीटर की दूरी पर गंगा तटबंध के नजदीक बोरे में बालक का कटा पैर और दूसरे अंग बरामद हुए। कपड़ों के आधार पर मासूम की एस कुमार के रूप में शिनाख्त हुई थी।
पुलिस को आशंका थी कि तंत्र क्रिया के लिए मासूम की हत्या की गई है। इस पर पुलिस ने उसकी सगी चाची प्रेमवती पत्नी कैलाश को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक प्रेमवती ने हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव कालाखेड़ा निवासी तांत्रिक नसीम अली के कहने पर एस कुमार की हत्या करना कबूल कर लिया। प्रेमवती ने बताया कि उसकी शादी चार साल पहले हुई थी। इस दौरान उसे तीन बच्चे पैदा हुए, लेकिन इनमें से कोई भी जीवित नहीं बचा। तांत्रिक नसीम अली ने बताया कि किसी बालक की बलि देने से बेटा पैदा हो जाएगा।
पुलिस के अनुसार तांत्रिक की सलाह पर प्रेमवती ने मौका मिलने पर जेठ के बेटे को सोते समय अगवा कर लिया और ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी। घर में रखे कपड़ों में शव लपेटकर ईख के खेत में ले गई। तांत्रिक वहां पहले से मौजूद था। तांत्रिक के कहने पर उसने बलकटी से एस कुमार का बाया पैर काट दिया। बालक के खून को माथे पर लगाकर तंत्र क्रिया की। इसके बाद टांग और अन्य अवशेष बोरे में रखकर ईख के खेत में फेंक दिए। सिर और धड़ सेही के बिल में भर दिए। वारदात का खुलासा करते हुए एसपी आदित्य लांग्हे ने बताया कि तंत्र क्रिया के लिए बालक की बलि दी गई थी। आरोपी तांत्रिक और महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी निशानदेही पर आला कत्ल बलकटी भी बरामद कर ली गई है।