अग्निवीर भर्ती के लिए बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में 8वीं पास की मार्कशीट का फर्जीवाड़ा चल रहा है। अभ्यर्थी फर्जी अंक पत्र बनवाकर अधिकारियों से हस्ताक्षर कराने पहुंच रहे हैं। सूबे के सरकारी स्कूलों में 8वीं पास होने पर प्रगति पत्रक मिलता है, जबकि अभ्यर्थी अंक पत्र लेकर शिक्षा अधिकारियों से हस्ताक्षर कराने पहुंच रहे हैं। बड़ी संख्या में शिक्षा कार्यालय में ऐसे अंक पत्र आने पर मामला खुला है।
नए बने अंक पत्र पर विषयवार अंक के साथ ही स्कूल के मुहर को देख इस फर्जीवाड़े की जांच शुरू की गई है। डीईओ ने कहा कि सरकारी स्कूल में ऐसा अंक पत्र मिलता ही नहीं है। अग्निवीर में ट्रेडमैन की बहाली 8वीं पास पर हो रही है। इस बहाली में अभ्यर्थियों से 8वीं का अंक पत्र मांगा गया है और उस पर डीईओ का काउंटर साइन भी होना चाहिए। फर्जीवाड़े का हाल यह है कि नए बने फर्जी अंक पत्रों पर हेडमास्टर से लेकर बीईओ तक के हस्ताक्षर हैं।
काउंटर साइन के लिए गुहार लगाते रहे अभ्यर्थी सर, 2016 में आठवीं पास किया था। उसके बाद पढ़ाई नहीं की। यह अंक पत्र स्कूल के कहने पर साइबर कैफे से बनवा लिया हूं, देखिए इस पर मेरा नाम, हेडमास्टर साहब के हस्ताक्षर भी हैं। सर, अग्निवीर वाले में अंक पत्र मांगा जा रहा है। एक हस्ताक्षर ही तो करना है। आप कर दिजीए, नहीं तो हमारा आवेदन रद्द हो जाएगा। शुक्रवार को डीईओ कार्यालय में काउंटर साइन कराने पहुंचे अभ्यर्थियों को अंक पत्र के फर्जीवाड़ा पर जब धरा गया तो उन सबने इस तरह गुहार लगाई।
आठवीं पास होने पर मिलता है प्रगति पत्रक, छात्र बनवाकर ले गए फर्जी अंक पत्र
- बड़ी संख्या में शिक्षा कार्यालय में ऐसे अंक पत्र आने पर खुला मामला
- अग्निवीर में ट्रेडमैन की बहाली में मांगा गया है 8वीं पास का अंक पत्र
डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा, 'जिन स्कूलों से हेडमास्टर-बीईओ के हस्ताक्षर वाले ऐसे अंक पत्र बनवाकर लाए जा रहे हैं, उनसे जवाब मांगा जा रहा है। संबंधित स्कूलों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।'
उम्र घटाने के लिए अंक पत्र में कर रहे फर्जीवाड़ा
शिक्षा अधिकारियों ने कहा कि 8वीं का अंक पत्र देखने में ही फर्जी लग रहा है, क्योंकि सरकारी स्कूल में आठवीं में इस तरह का रिजल्ट मिलता ही नहीं है। यही नहीं, टीसी पर भी साइन कराने को अभ्यर्थी पहुंच रहे हैं। कह रहे हैं कि खो गया इसलिए नया बनवाया है, जबकि टीसी 9वीं कक्षा में नामांकन के समय ही ले लिया जाता है। उम्र घटाने को लेकर इस तरह का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।