सेवराई तहसील क्षेत्र में गंगा नदी में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए तटवर्ती गांवों के कुछ लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों को पलायन करना शुरू कर दिए हैं। प्रशासन के स्तर से लोगों को आवागमन हेतु प्रत्येक गांव के दो नावों की व्यवस्था की गई है।
एसडीएम ने बताया कि 30 तारीख की रात को राजस्थान से छोड़ा गया पानी जनपद गाजीपुर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि की संभावना है। जिसके दृष्टिगत सभी तटवर्ती इलाकों के लोगों को लगातार सचेत किया जा रहा है।
गंगा नदी का जलस्तर खतरा बिंदु से ऊपर चल रहा
गौरतलब हो कि सोमवार की सुबह 10 बजे तक गंगा नदी का जलस्तर स्थिर रहा। सोमवार की सुबह 10 बजे तक जलस्तर 64.280 मीटर था। वर्तमान में गंगा नदी का जलस्तर खतरा बिंदु से ऊपर चल रहा है। इसको देखते हुए प्रशासन द्वारा लोगों सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए आगाह किया जा रहा है। सभी बाढ़ ग्रस्त इलाकों में लेखपाल, कोटेदार के साथ साथ बीट के सिपाही की ड्यूटी लगाई गई है। बाढ़ आपदा में राहत कार्य के लिए सेवराई तहसील प्रशासन पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है। एसडीएम राजेश प्रसाद चौरसिया के द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन बल दोनों बाढ़ कैम्प पर मौजूद
सेवराई एसडीएम राजेश चौरसिया ने बताया कि प्रशासनिक तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। आपात काल मे रेस्क्यू के लिए पीएससी के आपदा प्रबंधन बल दोनों बाढ़ कैम्प पर मौजूद है। कर्मचारियों को हर समय मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीणों को जागरूक करते हुए अपने पशुओं व कीमती सामानों के साथ उचित स्थान पर जाने की लागत आर अपील की जा रही है। पशुओं के लोगों के रोकथाम के लिए पशु चिकित्सकों को निर्देशित किया गया है। पशुचारा एवं अन्य आवश्यक चीजों की पूर्ती के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है।