मुहम्मदाबाद के परिषदीय विद्यालयों को कॉन्वेंट स्कूल की तरह बनाने की कोशिश की जा रही है। बावजूद इसके कुछ सुविधाएं बदल नहीं रही हैं। परिषदीय विद्यालयों के भवन जर्जर हो गए हैं। बच्चे खुले में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं, कई बार तो कई क्लास के बच्चों को एक ही कक्षा में बैठकर पढ़ाया जा रहा है।
आम दिनों में खुले में पढ़ाई करते हैं बच्चे
मामला मुहम्मदाबाद शिक्षा खंड के नसीरपुर कुसुम गांव के परिषदीय स्कूल का है। यहां पर महज दो कमरों में कक्षा एक से पांच तक के बच्चे पढ़ाई करते हैं। नसीरपुर कुसुम प्राथमिक विद्यालय का पुराना भवन साल 2021 में विभागीय जांच के बाद निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया गया था। जर्जर भवन में बच्चों की पढ़ाई नहीं कराने का आदेश जारी हुआ। इसके बाद अब बच्चों को खुले में पढ़ाया जाता है।
बरसात के दिनों में इसकी स्थिति दयनीय हो जाती है। दो ही कमरों में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है। सभी बच्चों की पढ़ाई स्कूल के दो कमरों तक सीमित हो जाती है। स्कूल में कुल 65 बच्चों का पंजीकरण है।
नसीरपुर कुसुम के स्कूल भवन की कीमत लगी
सरकारी नियमों के अनुसार, जर्जर भवन की नीलामी कर उनके ध्वस्त किए जानी का प्रावधान है। बीईओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति अपना रिपोर्ट भेज बीएसए और जिलाधिकारी को स्कूल भवनों की स्थिति से अवगत कराती है। जिसके बाद नीलामी की तिथि और बेस प्राइज तय की जाती है। नसीरपुर कुसुम के स्कूल भवन की नीलामी के लिए बेस प्राइस 57,000 रुपये रखा गया है।
दोनों तिथियों पर नहीं लग पाई बोली
नीलामी की दो तिथियों पर किसी ने बोली नहीं लगाई। अब विभाग की ओर से नीलामी के बेस प्राइस को कम करने के लिए संबंधित अधिकारी को लिखे जाने की तैयारी की बात सामने आ रही है। शैक्षिक सत्र 20-21 के लिए निष्प्रयोज्य भवनों की सूची पर अगर निगाह डालें तो सिर्फ मुहम्मदाबाद शिक्षा खंड क्षेत्र में कुल 18 स्कूली भवन निष्प्रयोज्य घोषित किए गए हैं।
45 भवन निष्प्रयोज्य साबित हुए
मुहम्मदाबाद शिक्षा खंड के बीइओ दीनानाथ साहनी ने बताया कि नसीरपुर कुसुम के लिए 57 हजार की बेस प्राइज नीलामी के लिए निर्धारित किया गया है। फिलहाल 2 नीलामी की तारीख घोषित होने के बाद भी ग्रमीणों की ओर से बोली नहीं लगाए जाने के कारण पुराने भवन को ध्वस्त नहीं किया जा सका है। वर्तमान में 45 भवनों को निष्प्रयोज्य घोषित करने के लिए मुहम्मदाबाद शिक्षा खंड से सूची बीएसए कार्यालय को भेजी गई है।