योगी आदित्यनाथ सरकार ने व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना को बंद कर दिया है। सरकार गरीब बेटियों की शादी के लिए अब मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत ही मदद देगी। बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार की शिकायतों के कारण व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना को बंद किया गया। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की बेटी की शादी के लिए व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना में विभाग की ओर से 20 हजार रुपये का अनुदान दिया जाता था।
समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने बताया कि अब व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना बंद कर दी है। अब सिर्फ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ही चलेगी। योजना में भ्रष्टाचार की बढ़ती शिकायतों के कारण बंद करने का निर्णय लिया गया है। योजना बंद होने के चलते अब संबंधित पोर्टल पर आवेदन करने वालों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। सरकार ने इस बार सामूहिक विवाह योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा गरीब बेटियों की शादी कराने के लिए बजट में अच्छा-खास प्रावधान किया था। जबकि व्यक्तिगत शादी अनुदान योजना में बजट नहीं दिया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले कार्यकाल में सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत विभिन्न समुदायों और धर्मों के रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह कराने के लिए प्रत्येक जोड़े पर 51 हजार रुपए खर्च किए जाते हैं। इसमें लड़की के खाते में 35 हजार रुपए जबकि विवाह संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कपड़े, बिछिया, पायल, बर्तन आदि पर 10 हजार रुपए और प्रत्येक जोड़े के विवाह आयोजन पर छह हजार रुपए खर्च किए जाते हैं।