गंगा के जलस्तर में अचानक बढ़ोत्तरी होने के कारण ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। इसके चलते गंगा के किनारे सब्जी की खेती करने वाले किसानों ने फसलों को काटकर निकालने लगे हैं।
हथौड़ा, खरौना, पटना, सादीभादी व औड़िहार आदि तटवर्ती गांवों में सब्जी उगाने वाले किसानों सहित नाविकों ने अपनी नौकाओं को रोज नदी से बाहर की ओर निकाल रहे हैं। पटना के गंगा प्रहरी रवि निषाद ने बताया कि इसी तरह गंगा के जल स्तर में वृद्धि होती है तो गांव की ओर पानी तेजी से बढ़ेगा। साथ ही मछुआरों नाविकों सहित गंगा किनारे खेती करने वालों के सामने कई समस्याएं आ जाएंगी।
तिल, बाजरा, अरहर व मूंग की खेती करने वाले किसान अपनी कच्ची फसलों को निकालकर पशु चारा के रूप में उपयोग कर रहे हैं। नदी किनारे बसे लोग अपने आवासीय व्यवस्था को संभालने के जुट गए हैं। गंगा की सहायक नदी गोमती के जलस्तर में भी अचानक धाराओं का प्रवाह तेज हो गया है। पानी का बहाव और बढ़ाव के साथ गोमती नदी में बाढ़ का असर दिखने लगा है। गंगा के पानी की धारा तेज होने और जलकुंभी से भर जाने की वजह से धोबी पाट और छोटी नौकाओं से नदी पार करने वाले लोग सहमे हुए हैं।