बरेली में सेटेलाइट सीयूजीएल पंप के पास भीषण हादसा हो गया। सीएनजी डालते समय बुलंदशहर की अनुबंधित बस में आग लग गई। पंप के कर्मचारियों ने जलती बस को धक्का देकर परिसर से बाहर किया। फायर पुलिस पहुंची। बमुश्किल आग पर काबू पाया गया। तब तक बस जल गई। पंप की केनोपी का भी कुछ हिस्सा जल गया। अगर कुछ देर होती तो पंप में भी आग भड़क जाती।
सीयूजीएल के मैनेजर मंसूर अली का कहना है, सोमवार भोर में 3:15 बजे रोडवेज से अनुबंधित बुलंदशहर की एक बस सीएनजी डलवाने सेटेलाइट स्थित पंप पर पहुंची। कर्मचारी सीएनजी डाल रहे थे, तभी अचानक आग भड़क गई।
देखते ही देखते आग बेकाबू हो गई। बस की सीटें जलने लगीं। कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। मगर तब तक आग बहुत ही ज्यादा भड़क चुकी थी। पंप की केनोपी का ऊपरी हिस्सा भी काफी जल गया। कर्मचारियों की होशियारी से मशीनों में आग नहीं पहुंच सकी। आग भड़कने के कारण का पता नहीं चल सका है।
जलती बस को धक्का देकर पंप परिसर से किया बाहर
जलती हुई बस को कर्मचारियों ने धक्का देकर पंप परिसर से दूर किया। 10 मिनट में ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गईं। पौन घंटे में आग पर काबू पाया गया। माना यह जा रहा है, संभवत: बस का कोई पार्ट गर्म था। जब सीएनजी डाली गई तो लीक होने पर गैस उसी गरम पुर्जे से टकराई, जिससे अचानक आग भड़क गई।
सीएनजी डलवाते समय बस से उतार दी गई थीं सवारियां
पंप कर्मचारियों का कहना है, बस में करीब 20-25 सवारियां थीं। जब सीएनजी डाली जा रही थी, तो सभी सवारियों और ड्राइवर को नीचे उतार दिया गया था। जैसे ही नोजल खोला गया। अचानक बस में भाग भड़क गई। वहां चीख-पुकार व अफरातफरी मच गई।
बस के आसपास जो भी यात्री थे, उन्हें पंप परिसर से बाहर भगाया गया। अग्निशमन यंत्रों से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इसी बीच किसी ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी। फायर बिग्रेड की गाड़ियां पहुंच गईं। आग पर काबू पा लिया गया।