आजमगढ़ जिले के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के बिसया गांव में युवक और युवती के बीच साल भर से चल रहा लुका- छिपी का खेल शुक्रवार की शाम विवाह के साथ ही समाप्त हो गया। पुलिस चौकी में घंटों चली पंचायत के बाद दोनों परिवार के लोगों ने शादी के लिए सहमति दे दी और उसके बाद चौकी परिसर में ही स्थित मंदिर में दोनों ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाल दिया। युवक ने सिंदूरदान कर हमेशा के लिए अपना बना लिया।
युवक सौरभ कुमार व माला एक ही गांव के निवासी हैं। चौकी इंचार्ज शिवसागर यादव ने बताया कि शुक्रवार को युवती की मां ने तहरीर देकर बताया कि प्रेम प्रपंच के बीच युवक से शादी करने को कहा गया, तो उसने इन्कार कर दिया। यह सुन पुलिस ने दोनों पक्षों को तलब कर लिया। एक ही गांव का मामला होने के कारण युवक के परिवार के लोग नहीं चाहते थे कि शादी हो, लेकिन युवक और युवती साथ जीने-मरने की कसमें खाने लगे। यह देख पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शादी के लिए राजी कर लिया।
परिजनों के प्रयास के बाद सबकी सहमति से पुलिस चौकी के मंदिर में ही दोनों की शादी करा दी गई। युवती प्रेमी के साथ जीवन की नई डगर पर चल पड़ी तो वहीं परिवार के लोग भी दोनों काे आशीर्वाद देने के बाद अपने -अपने घर को रवाना हो गए। इसके बाद थाने में ही एक दूसरे का मुह मीठा कराने के बाद सभी ने आशीर्वाद भी दिया।
परिजनों के प्रयास के बाद सबकी सहमति से पुलिस चौकी के मंदिर में ही दोनों की शादी करा दी गई। युवती प्रेमी के साथ जीवन की नई डगर पर चल पड़ी तो वहीं परिवार के लोग भी दोनों काे आशीर्वाद देने के बाद अपने -अपने घर को रवाना हो गए। इसके बाद थाने में ही एक दूसरे का मुह मीठा कराने के बाद सभी ने आशीर्वाद भी दिया।