गुरु पूर्णिमा पर सिद्धपीठ हथियाराम मठ, भुड़कुड़ा मठ और पलिवार मठ में शिष्य श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। भक्तों ने श्रद्धा और समर्पण भाव से गुरु चरणों में शीश झुकाया और अंगवस्त्रम, फूल-माला व उपहार आदि भेंटकर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया।
पूजन-प्रवचन, भजन कीर्तन और भंडारा का कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा। हथियाराम मठ में महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नन्दन यति महाराज ने सर्वप्रथम बुढ़िया माता के दरबार में मत्था टेका और मंच पर पहुंचकर अपने ब्रह्मलीन गुरु महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति के चित्र के समक्ष पूजन-अर्चन किया। शिष्यों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि हिन्दू धर्म में गुरु को सबसे बड़ा दर्जा दिया गया है क्योंकि गुरु ही मनुष्य को भगवान से मिलाता है। विशाल भंडारे से हजारों श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया गया।
इस मौके पर संत देवरहा बाबा, डॉ. रत्नाकर त्रिपाठी, संत अभयानन्द, जंगीपुर विधायक वीरेन्द्र यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र राय, डॉ. विजय नारायण राय, शशिकांत शर्मा, कुंदन सिंह, मंगला सिंह, विपिन पाण्डेय, आनन्द मिश्रा, डा. संतोष मिश्रा, लौटू प्रजापति, वरुण सिंह, अशोक, संतोष यादव सहित कन्या पीजी कॉलेज हथियाराम की शिक्षिका, छात्राएं एवं बड़ी संख्या में महिलाएं तथा महाराष्ट्र, हल्द्वानी, आजमगढ़, बलिया, जौनपुर, चंदौली, सहित विभिन्न जनपदों से हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
भुड़कुड़ा मठ में महंत शत्रुघ्न दास ने भक्तों को दिया आशीर्वाद
जखनिया सिद्धपीठ भुड़कुड़ा मठ में भक्तों ने महंत शत्रुघ्न दास का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ ही ब्रह्मलीन महंतों की समाधि पर मत्था टेका। महंत शत्रुघ्न दास ने प्रेम, धैर्य, परोपकार, सत्य आदि सद्मार्ग के जरिये ईश्वर प्राप्ति का रास्ता बताया। इसी कड़ी में बहरियाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित पलिवार मठ पर जुटे भक्तों ने महंत स्वामी परमानन्द के साथ ही आदि गुरु भगवान शिव की पूजा आराधना किया। भंडारे से महाप्रसाद ग्रहण कर लोग स्वयं को धन्य महसूस किए।