पूर्वांचल में भले ही बारिश नहीं हो रही है लेकिन उत्तर भारत के अन्य राज्यों में बरसात का असर दिखने लगा है। गाजीपुर से चंदौली तक गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए टांडा कला में छोटी नावों के संचालन पर चंदौली में रोक भी लगा दी गई है।
गाजीपुर लगातार दूसरे दिन जलस्तर में इजाफा हुआ है। हालांकि यह बढ़ोत्तरी मामूली है लेकिन इसे बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया। जलबोर्ड कार्यालय के अनुसार मंगलार को गंगा का जलस्तर दो सेमी बढ़कर 52.740 हो गया है। हालांकि गाजीपुर में गंगा का चेतावनी बिंदु 61.550 मीटर पर है। वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने बाढ़ चौकियां तैयार करने और उन पर कर्मचारियों की तैनाती के लिए बैठक बुलाई है।
चंदौली में टांडा कला गंगा घाट पर छोटी नावों का संचालन नही होगा। मंगलवार को क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह व बलुआ इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह ने नाव से गश्त कर निरीक्षण किया। नाविकों को चेताया कि छोटी नावों का संचालन और क्षमता से अधिक लोगो के बैठने पर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल उस पार वाराणसी कैथी जाने के लिए पांटून का पुल बना था। उसे 15 जून को हटा दिया गया है। इसके बाद से नाव से लोग आवागमन कर रहे है। वही सावन में मार्कण्डेय महादेव के दर्शन करने के लिए छोटी नावों से लोग आ जा रहे है। इसकी सूचना पर मंगलवार को सीओ ने क्षेत्र और गंगा घाट का निरीक्षण कर छोटी नावों के संचालन पर रोक लगाने के निर्देश दिये।
क्षेत्र से टाण्डाकला घाट से उस पार मार्कण्डेय महादेव के दर्शन पूजन के लिए हजारो की संख्या में लोग सावन महीने में नाव से आते जाते है । छोटी नाव पर सवारी देख सीओ सकलडीहा ने पूर्णतया छोटी नावों पर रोक लगाने का निर्देश दिया। घाट पर केवल बड़ी स्टीमर वाली नावों को चलाने का निर्देश दिया। नाव से गश्त के दौरान इस पार से उस पार आने जाने वाले संदिग्धों पर भी नजर रखने का निर्देश दिया। इस दौरान क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि सावन महीने में मार्कण्डेय महादेव आने जाने वालों की संख्या ज्यादा है । छोटी नाव से खतरा बना रहता है।