गाजीपुर में ऐतिहासिक स्थल भितरी सैदपुर-शादियाबाद मार्ग और देवकली-मौधिया मार्ग के बीच में बसा है। यह सैदपुर मुख्यालय और देवकली ब्लाक मुख्यालय से लगभग 6 से 7 किमी दूर है। भितरी बाजार की सड़कें जगह-जगह टूट-फूट जाने से लोगों को आने-जाने में मुसीबत झेलनी पड़ रही है।
गांव निवासी जफरुल हसन ने बताया कि लोगों को कीचड़ युक्त पानी में प्रवेश कर आना जाना पड़ता है, जो काफी कष्टदायक है। वहीं टीपू सुल्तान ने कहा कि अक्सर साइकिल और मोटरसाइकिल से चलने वाले लोग गढ्ढे मे गिर जाते हैं। उन्हें चोट भी लग जाती है। कपड़े खराब हो जाते हैं।
सड़क खराब होने से व्यवसाय पर पड़ रहा असर
भितरी कस्बा निवासी अदनान खांन, डा. कमाल अहमद, नेहाल अहमद, मो. वाहिद, श्रीकांत सिंह, गोपाल कुशवाहा, अशोक, साबिर आदिल, सूरज और एकलाख अंसारी ने बताया सड़कों में जानलेवा गड्ढे बन जाने से भितरी बाजार आने से लोग कतराने लगे हैं। जिसका असर व्यवसाय पर पड़ रहा है।
अधिकारियों की अनदेखी का हम भुगत रहे खामियाजा
मोजीबुर रहमान ने कहा कि काफी लम्बे अर्से से सड़क की मरम्मत ना होने से भितरी बाजार सहित पूरा मार्ग जर्जर है। आये दिन लोग घायल होते रहते हैं। फिर भी विभागीय अधिकारियों की नींद भंग नहीं हो रही है। जिसका खामियाजा आम नागरिक भुगतने को विवश हैं।
विधानसभा चुनाव के कारण रुका सड़क मरम्मत का काम
सनाउल्लाह शन्ने ने बताया सड़क की दुर्दशा को लेकर जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत भी की थी। मरम्मत के लिए कार्यवाही शुरू भी हुई है, लेकिन विधानसभा चुनाव के चलते काम रुक गया। बरसात में सड़क से गुजरना दुश्वार हो चुका है। वहीं जिम्मेदार अफसर चुप्पी साधे हुए हैं।
स्कन्दगुप्त ने कराया विजय-स्तंभ का निर्माण
ऐतिहासिक भीतरी गांव गुप्तकाल के स्वर्णिम इतिहास का गवाह है। हुणों को परास्त कर स्कन्दगुप्त ने गाजीपुर के सैदपुर भीतरी में विजय-स्तंभ का निर्माण करवाया, जो स्कन्दगुप्त के हुणों पर विजय की आज भी गवाही दे रहा है। यहां खुदाई में तमाम ऐतिहासिक वस्तुएं मिल चुकी हैं। बावजूद इसके इस ऐतिहासिक गांव की सड़कें दुर्दशा की शिकार बनी हुईं हैं।