शासन द्वारा क्षेत्र की सड़कों को बनाने का भले ही दम्भ भरा जा रहा है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें आज भी अपनी बदहाल अवस्था पर आंसू बहा रही हैं। सेवराई तहसील क्षेत्र की दर्जनों ऐसी सड़कें हैं जो अब लोगों के लिए मुसीबत बन गई हैं। आलम यह है कि लोग इन सड़कों से अब आवागमन करना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की बदहाली पिछले कई दशक से बनी हुई है।
सेवराई तहसील मुख्यालय के मुस्लिम बाहुल्य गांव उसियां को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग के द्वारा दशकों पूर्व गांव के बीच से सड़क का निर्माण कार्य कराया गया था। लेकिन मरम्मत के अभाव एवं समयावधि के कारण कई जगह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं गांव के पानी से जल निकासी की व्यवस्था समुचित ना होने के कारण नालियों का पानी सड़कों पर ही बह रहा है। जिससे गांव के दक्षिण तरफ सड़क पर जलजमाव की स्थिति बन गई है। स्थानीय लोगों द्वारा सही बात क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को समस्या के निदान के लिए मांग की गई।
नमाजियों और राहगीरों को होती है परेशानी
करीब 60,000 आबादी और लगभग 25,000 से अधिक वोटर वाले मुस्लिम बाहुल्य गांव में सड़क पर आवागमन करने के दौरान नमाजियों और राहगीरों को काफी परेशानियां होती हैं। कई बार वाहन चालक गिरकर दुर्घटना का शिकार भी होते हैं। जलजमाव और गंदगी से परेशान लोग इस रास्ते से आवागमन करना भी मुनासिब नहीं समझते। सड़क बदहाल व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया-
स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद नसीम खान, मोहम्मद आब्बूल खान, मोहम्मद अमजद खान, रामनिवास राम, सुनील कुमार, सुभिधर राम, मोहम्मद तुफैल खान आदि ने बताया कि यह सड़क उसिया को मायापुरी, खजूरी, धनाडी, देहवल, दिलदारनगर से जोड़ती है। रोजाना हजारों लोग इससे आवागमन भी करते हैं। लेकिन उपेक्षा के कारण आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका।