गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे तटवर्ती इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों में दहशत बढ़ती जा रही है। वहीं प्रशासन ने बाढ़ को लेकर कमर कस ली है। कुछ दिनों पहले तक जहां गंगा घाटों पर बालू के रेत दिखा करते थे वही अब चारो ओर पानी ही पानी दिख रहा है।
गंगा का जलस्तर 58.200 तक पहुंचा
केंद्रीय जल आयोग के स्थल प्रभारी अजीत गुप्ता ने कहा, "शुक्रवार की दोपहर तक गंगा प्रति घंटा 4 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही हैं। इस रफ्तार से बढ़ते हुए गंगा का जलस्तर 58.200 मीटर तक पहुंच चुका है। जबकि गंगा के खतरे का निशान 63.105 मीटर है।
गंगा अभी अपने सामान्य स्थिति से भी नीचे है। लेकिन, गंगा के बढ़ने की स्थिति यही रही तो आने वाले दिनों में गंगा तटवर्ती इलाकों में कोहराम मचाते हुए विकराल रूप धारण कर सकती है।
एलर्ट मोड पर जिला प्रशासन
जिला प्रशासन बाढ़ के मद्देनजर एलर्ट मोड में है। करीब ढाई सौ से ऊपर बाढ़ चौकियां बना ली गई है, ताकि कभी भी गंभीर स्थिति होने पर लोगों को रेस्क्यू कर चौकियों तक पहुंचाया जा सके। शहर के लगभग सभी गंगा घाटों पर गंगा का पानी पहुंच चुका है। वही तटवर्ती गांवों में संभावित बाढ़ को लेकर ग्रामीणों में दहशत बढ़ती जा रही है। गंगा में पानी बढ़ने का असर सबसे ज्यादा रेत पर होने वाली सब्जियों की फसल को पड़ा है। गंगा में उभरे रेत के टीले पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं।