गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए शासन प्रशासन बाढ़ की आशंका में राहत और बचाव कार्य के लिए अपनी तैयारियों को पूरी करने की कवायद में जुट गया है। जिलाधिकारी द्वारा मिले निर्देश के क्रम में तहसील प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं आबादी के लोगों को आवश्यक राहत सामग्री का वितरण व सुरक्षा उपायों को दृष्टिगत रखते हुए तहसीलदार अमित शेखर ने विभिन्न राहत केंद्र एवं बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को तय समय में अपनी तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया।
नेहरू विद्यापीठ इंटर कॉलेज मॉडल रूप में चिंहित
सेवराई तहसीलदार अमित शेखर ने बाढ़ की तैयारी की स्थलीय स्थिति की जांच हेतु तहसील क्षेत्र के ग्राम बसूका, दुल्लहपुर, नसीरपुर का निरीक्षण किया। रेवतीपुर स्थित बाढ़ चौकी तथा रेवतीपुर स्थित नेहरू विद्यापीठ इंटर कॉलेज जिसे मॉडल बाढ़ राहत कैम्प के लिये चिन्हित किया है। बताया कि सेवराई तहसील प्रशासन के द्वारा बाढ़ आने की आशंका को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली गई है।तहसील प्रशासन द्वारा दो बाढ़ राहत केंद्र एवं 15 बाढ़ चौकियां बनाई गई है। जिसमें प्रशासनिक तौर पर सभी जरूरी सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया गया है।
व्यवस्थाओं की ली जानकारी
निरीक्षण के दौरान उन्होंने गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर तटवर्ती इलाकों के लोगों को प्रशासनिक तौर पर दिए जाने वाले व्यवस्था एवं राहत कैंप आदि के बारे में जानकारी दी। बाढ़ आने के बाद भी लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा नाव व राहत पैकेट का भी बंदोबस्त किया गया है।
मनोरंजन के लिए टीवी का भी इंतजाम
राहत कैंप में लोगों को दो टाइम भोजन एवं स्वच्छ पेयजल व मनोरंजन के लिए टीवी का भी इंतजाम किया गया है। दैनिक दिनचर्या के लिए पास के सामुदायिक शौचालय व अन्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उसकी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करा दी गई है।
तहसीलदार सेवराई अमित शेखर ने बताया कि बाढ़ की तैयारियों को लेकर स्थलिय निरीक्षण किया गया है। कर्मचारियों को जल्द से जल्द अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए बाढ़ राहत कैंप व बाढ़ चौकियों में सभी आवश्यक सुविधाओ को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया गया है।